पुणागाम पुलिस के मुताबिक भैयानगर विष्णु सोसायटी निवासी कांतीलाल देवरे (70) पुलिस महकमे में सहायक पुलिस उप निरीक्षक थे। पिछले दिनों उनके मोबाइल पर मैसेज मिले। लेकिन वृद्धावस्था के चलते वे ठीक से देख नहीं पाए। 17 नवम्बर को उन्होंने अपने पौत्र को मोबाइल दिया। उसने देख कर बताया कि 14-17 नवम्बर के दौरान उनके बैंक ऑफ बडौदा अठवालाइन्स शाखा के खाते से आठ अलग-अलग ट्रांजेक्शन के जरिए एक लाख रुपए निकल गए थे। उनके पुत्र ने तुंरत एटीेएम कार्ड ब्लॉक करवाया और सूरत आने के बाद उन्होंने बैंक में पड़ताल कि तो पता चला कि सभी ट्रांजेक्शन एटीएम से किए गए थे। किसी ने उनके एटीेएम का डेटा चुराया था। उन्हें आशंका हुई कि 21 अक्टूबर को उन्होंने पुणा पाटिया एक एटीेएम से रुपए निकाले थे। उस दौरान किसी ने उनका कार्ड क्लोन किया हो सकता है।
फिजियोथैरापी की छात्रा से एप के पिन और ओटीपी ले लिए
स्कूल वैन चालक को एप डाउनलोड करवाई:
साइबर ठग ने अमरोली निवासी मानसी रेजिडेंसी निवासी स्कूल वैन चालक हरि मोतीसरिया (55) को अपना शिकार बनाया। 21 सितम्बर को किसी ठग ने उन्हें फोन किया और बताया कि मैं मुंबई एसबीआई क्रेडिटकार्ड विभाग से बोल रहा हूं। फिर कहा कि आपको अपना कार्ड चालू रखने के लिए एप डाउनलोड करनी होगी। उसने व्हाट्सएप पर एप का लिंक भेजा। हरिभाई ने एप डाउनलोड कर दी। उसने फिर फोन कर कहा कि आपका कार्ड डाउनलोड नहीं हो रहा है। उसने व्हॉट्सएप से कार्ड का फोटो मंगवाया। कुछ समय बाद हरिभाई का मोबाइल बंद हो गया। 15 मिनट बाद फोन चालू हुआ तो उनके आईसीआईसीआई बैंक के क्रेडिटकार्ड से तीन ट्रांजेक्शन के जरिए 18 हजार 368 रुपए निकल चुके थे।