आईटीसी रिफंड नहीं मिलने के विरोध में कारखाने बंद रखने की अपील
केन्द्र सरकार की ओर से इनपुट टैक्स क्रेडिट रिफंड नहीं मिलने के कारण नाराज वीवर्स संगठन अलग-अलग ढंग से विरोध व्यक्त कर रहे हैं।
शनिवार को सरसाणा में सोर्स-18 के कार्यक्रम के दौरान वस्त्रमंत्री स्मृति ईरानी को काले झंडे दिखाने के बाद शनिवार को अंजनी इन्डस्ट्रीयल एस्टेट में कुछ अग्रणी वीवर्स ने वहां के कारखाना संचालको से रविवार और सोमवार को कारखाने बंद रखने का आह्वान किया है। सभी वीवर्स को कारखाने बंद रखने के लिए मैसेज किए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि फैडरेशन ऑफ गुजरात वीवर्स वेल्फेर एसोसिएशन ने इनपुट टैक्स क्रेडिट का रिफंड नहीं मिलने के कारण जीएसटीआर-3बी रिटर्न फाइल नहीं करने का भी फैसला किया है।
केन्द्र सरकार की ओर से इनपुट टैक्स क्रेडिट रिफंड नहीं मिलने के कारण नाराज वीवर्स संगठन अलग-अलग ढंग से विरोध व्यक्त कर रहे हैं।
शनिवार को सरसाणा में सोर्स-18 के कार्यक्रम के दौरान वस्त्रमंत्री स्मृति ईरानी को काले झंडे दिखाने के बाद शनिवार को अंजनी इन्डस्ट्रीयल एस्टेट में कुछ अग्रणी वीवर्स ने वहां के कारखाना संचालको से रविवार और सोमवार को कारखाने बंद रखने का आह्वान किया है। सभी वीवर्स को कारखाने बंद रखने के लिए मैसेज किए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि फैडरेशन ऑफ गुजरात वीवर्स वेल्फेर एसोसिएशन ने इनपुट टैक्स क्रेडिट का रिफंड नहीं मिलने के कारण जीएसटीआर-3बी रिटर्न फाइल नहीं करने का भी फैसला किया है।
विदेशियों के समक्ष सूरत की छाप बिगड़ी
फोगवा की ओर से शुक्रवार को वस्त्रमंत्री के कार्यक्रम के दौरान काले झंडे दिखाने की घटना को शहर के उद्यमियों ने उद्योग के लिए खराब बताते हुए कहा कि एक ओर कपड़ा उद्योग मंदी के दौर से गुजर रहा है। ऐसे में विदेश से खरीदार आने से व्यापार बढ़ सकता है, लेकिन यहां आने वाले विदेशीयों के समक्ष आज की घटना के कारण सूरत के कपड़ा उद्योग को शर्मिन्दा होना पड़ा। एक ओर कपड़ा उद्योग मंदी का सामना कर रहा है और दूसरी ओर एग्जिबिशन के आगे विरोध प्रदर्शन की घटना से लाभ नहीं नुकसान हुआ है। कई व्यापारियों ने इसकी निंदा की है।
फोगवा की ओर से शुक्रवार को वस्त्रमंत्री के कार्यक्रम के दौरान काले झंडे दिखाने की घटना को शहर के उद्यमियों ने उद्योग के लिए खराब बताते हुए कहा कि एक ओर कपड़ा उद्योग मंदी के दौर से गुजर रहा है। ऐसे में विदेश से खरीदार आने से व्यापार बढ़ सकता है, लेकिन यहां आने वाले विदेशीयों के समक्ष आज की घटना के कारण सूरत के कपड़ा उद्योग को शर्मिन्दा होना पड़ा। एक ओर कपड़ा उद्योग मंदी का सामना कर रहा है और दूसरी ओर एग्जिबिशन के आगे विरोध प्रदर्शन की घटना से लाभ नहीं नुकसान हुआ है। कई व्यापारियों ने इसकी निंदा की है।