पुलिस के मुताबिक खोलवड की ओपेरा रॉयल सोसायटी व मूल बोटाद जिला की गढ़डा तहसील के निंगाला गांव निवासी नरसिंह ओधजी वाहणका हीरा कारीगर है। उनकी पत्नी छाया वर्ष 2020 में आंखों की दवाई लेने अमरेली जाने का कहकर घर से जाने के बाद वापस नहीं लौटी थी। बाद में पुलिस ने उसे ढूंढकर उसका जवाब लिया तो उसने अकेली रहेना का और संसार की मायाजाल में मन नहीं लग रहा ऐसा कहकर पति से अलग हो गई थी। उसके दोनों बेटे यश और पार्थ नरसिंह के साथ रहते थे। माता का कोई पता नहीं है। छोटा बेटा पार्थ 14 साल का था और कक्षा 8 में पढ़ाई करता था। वो लगातार माता को याद करता रहता था और नींद में भी मां का नाम लेकर उठ जाता था। मां के विरह में वह तनाव में रहता था। इस बीच मंगलवार को नरसिंह बड़े पुत्र यश के साथ नौकरी पर गया था, तभी पार्थ ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसने आत्महत्या करने से पहले सुसाइड नोट भी लिखी थी, जिसमें उसने लिखा है कि “पापा मुझे मरना नहीं था, लेकिन क्या करू बावा ने मुझे कहा कि मम्मी को मिलना है तो तेरे पापा को बोल मुझे कुछन कहे। बाद में मैंने आत्महत्या करने की सोची। आपका पार्थ” पुलिस ने फिलहाल हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।