यूसीडी विभाग की अध्यक्ष गायत्री जरीवाला ने बताया कि विभिन्न समाज की ओर से शहर में आइसोलेशन सेंटर कार्यरत किए गए हैं। इनमें मनपा और समाज ने मिलकर डॉक्टर्स समेत जरूरी सुविधाएं मुहैया करवाई है। हालांकि कोरोना के मरीजों के लिए सबसे बड़ा भय यह होता है कि वह परिवार से अलग रहना पड़ता है और इस कारण कई मरीज तनाव में आ जाते है। यह तनाव मरीज के स्वस्थ कर विपरीत प्रभाव डाल सकता है, तब मरीजों को ऐसी अनुभूति ना हो की वह अकेले है और मरीजों का आत्मविश्वास बढ़े इस उद्देश्य के साथ मनपा ने वोलियन्टर्स योजना बनाई है, जिसके तहत जो लोग कोरोना से मुक्त हो चुके है उन्हें वोलियन्टर्स बनने के लिए अपील की जा रही है। अब तक 152 लोग जुड़ चुके हैं, जिन मनपा की ओर से प्रशिक्षित किया गया है। यह लोग आइसोलेशन सेंटर में भर्ती मरीजों की सेवा करने के साथ मरीजों का आत्मविश्वास बढ़ाने का प्रयास करेंगे, जिससे मरीज जल्द स्वस्थ हो सकेगा।
सहूलियत के मुताबिक देंगे सेवा कोराना से मुक्त होने के बाद जो लोग वोलियन्टर्स बने हैं, उन्हें कोई निश्चित समय पर और निश्चित समय के लिए आइसोलेशन सेंटर में सेवा देनी होगी ऐसा नहीं है। वह अपनी सहूलियत के मुताबिक पास के किसी भी आइसोलेशन सेंटर में जाकर सेवा दे सकेंगे।
अन्य लोगों को भी जुड़ने की अपील आइसोलेशन सेंटर में सेवा के लिए वोलियन्टर्स के तौर पर जुड़ने के लिए कोरोना से मुक्त हुए अधिक से अधिक लोगों को मनपा प्रशासन की ओर से अपील की गई है, जिससे कोरोना ग्रस्त अधिक से अधिक मरीजों को लाभ पहुंचाया का सकें।