सूत्रों का कहना हैं कि गत १४ जून को पीडि़ता की मनोज (बदला हुआ नाम) के साथ शादी हुई थी। शादी के पन्द्रह दिन बाद पीडि़ता के पेट में दर्द हुआ तो मनोज उसे अस्पताल ले गया। सोनोग्राफी में उसे दो महीनें का गर्भ होने की बात सामने आई तो घर परिवार में कोहराम मच गया।
पीडि़ता ने मनोज को बताया कि शादी से पूर्व वह गत फरवरी माह में सचिन क्षेत्र में रहने वाली उसकी चाची गर्भवती होने पर देख रेख के लिए उनके घर आई थी। उस दौरान उनके रिश्ते के दामाद संजय (बदला हुआ नाम) ने उनकी गैर मौजूदगी में घर में घुस कर उनसे बलात्कार किया।
उसने चाची को इस बारे में बात की तो चाची ने उसे चुप रहने के लिए कहा। साथ ही कहा कि संजय को खुश रखो। हम उसका कुछ नहीं कर सकते। संजय ने बाद में चाकू से डरा धमका कर कई बार उसका यौन शौषण किया।
जिसके चलते वह गर्भवती हो गई। मनोज को इस बारे में पता चलने पर वह संजय से मिला तो संजय ने उससे मारपीट की। मनोज अस्पताल में है। पीडि़ता ने सचिन थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाने गई लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई।
इस पर उसने शहर पुलिस आयुक्त कार्यालय में लिखित शिकायत दी है। इस बारे में पुष्टी व पक्ष जानने के लिए सचिन थाना प्रभारी एनए देसाई व सचिन जीआइडीसी थाना प्रभारी एम.वी.तड़वी से संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने अभिज्ञता जाहिर की।