कोरोना की दूसरी लहर में मरीजों की संख्या घट रही है। दूसरी तरफ विशेषज्ञों ने तीसरी लहर की आशंका जताते हुए स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट किया है। राज्य सरकार के निर्देश पर न्यू सिविल और स्मीमेर अस्पताल में ऑक्सीजन सुविधा वाले वार्ड और पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट (पीआइसीयू) बनाए जा रहे हैं। पीडियाट्रिक एसोसिएशन ने भी टास्क फोर्स बनाकर बच्चों के ट्रिटमेंट की तैयारी दिखाई है। हाल में न्यू सिविल अस्पताल में तीसरी लहर को लेकर कई बैठकें हो चुकी है।
राज्य सरकार ने न्यू सिविल से वार्ड और दूसरी व्यवस्थाओं के लिए स्टाफ की जरुरत के बारे में जानकारी मांगी थी। सूत्रों ने बताया कि पीडियाट्रिक विभाग ने 20 नियोनेटल वेंटिलेटर की मांग की है। इस वेंटिलेटर एक माह से छोटे बच्चों का इलाज होगा। वहीं, 20 पीडियाट्रिक वेंटिलेटर मांगे गए है।
कहां-कितना स्टाफ चाहिए वार्ड और कोविड-19 अस्पताल को चालू रखने के लिए 120 मेडिकल ऑफिसर, 600 नर्सिंग स्टाफ, 150 डाटा ऑपरेटर और 900 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की मांग की गई है। न्यू सिविल अस्पताल के अधिकारियों ने गुरुवार को यह रिपोर्ट गांधीनगर भेजी है।
दूसरी लहर में 16 बच्चे संक्रमित हुए थे चिकित्सकों ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर में 1600 से अधिक बच्चे संक्रमित हुए थे। इसके अलावा ‘मल्टी सिस्टम इनफ़्लामेट्री सिंड्रोम इन चाइल्ड’ (एमआइएस-सी) के 220 से अधिक मरीज सामने आए थे।