साथ ही कोरोना के दूसरी लहर शुरु होने के बाद से अस्पताल में उपचार करवाने वाले सभी कोरोना मरीजों की जानकारी जुटा कर उनसे यह पता लगा रही हैं कि उन्हें कितने इंजेक्शन लगाए गए। इसके अलावा सिविल से भी यह पता कर रही हैं कि भेस्तान स्थित साईंदीप अस्पताल को कितने इंजेक्शन आवंटित किए गए थे।
मामले की जांच कर रहे पुलिस उप निरीक्षक अश्विन पटेल ने बताया कि इस जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि आखिर कितने इंजेक्शन बेचे गए और इसमें अस्पताल के डॉक्टरों की भी कोई भूमिका थी या नहीं।
उल्लेखनीय हैं कि खटोदरा पुलिस ने साईंदीप अस्पताल के एडमिनिस्ट्रेटर सैयद अजमत व उसके दो साथियों विशाल उंगले व सुभाष यादव को आठ रेमडेसिवीर इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार किया था। उनके द्वारा इंजेक्शन की कालाबाजारी करने की सूचना मिलने पर पुलिस ने उन्हें रंगेहाथों पकडऩे के लिए जाल बिछाया था। इंजेक्शन खरीदने के बहाने उन्हें अणुव्रत द्वारा के निकट बुला कर रंगे हाथों पकड़ लिया था।