जानकारी के अनुसार दीपावली के बाद गांव से 20 आदिवासी मजदूर खेत मजदूरी के लिए जामनगर जिला के जामखंभालिया गए थे। मार्च में कोरोना के कारण अचानक पूरे देश में लॉकडाउन लागू हो जाने से भामैया के सभी मजदूर फंस गए थे। मजदूरों ने अपने घर जाने के लिए स्थानीय प्रशासन से गुहार लगाई थी। उनकी मांग पर प्रशासन ने पहले सभी मजदूरों की स्क्रीनिंग की और फिर बस से रवाना कर दिया।
शनिवार सुबह बस के भामैया पहुंचने के बाद ग्राम पंचायत और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उनकी जांच की। उपसरपंच रजनीकान्त परमार ने बताया कि फिलहाल सभी को होम क्वारन्टाइन किया गया है। स्वास्थ्य विभाग उनकी जांच कर रही है।