मामले की जांच कर रहे उधना पुलिस उप निरीक्षक डी.के. झाला ने बताया कि सगरामपुरा छोवाला शेरी निवासी पीडि़त जगदीश चौक्सी को साथ लेकर उन, भेस्तान, पांडेसरा और सचिन में उन सभी व्यापारियों के यहां पूछताछ और जांच की गई, जहां से वह नियमित रूप से कैश कलेक्ट करते थे।
प्राथमिक पूछताछ में किसी जानकार का हाथ सामने नहीं आया है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बाइकर्स की पहचान के प्रयास जारी हंै। उल्लेखनीय है कि मनीट्रांसफर एजेंट जगदीश बुधवार सुबह मोटरसाइकिल पर कैश कलेक्शन के लिए निकले थे।
पांडेसरा, सचिन, भेस्तान, उन क्षेत्र में विभिन्न व्यापारियों से लिए रुपए बैग में रखकर दोपहर करीब दो बजे बाइक पर घर लौट रहे थे। उधना तिराहे पर बाइक में पेट्रोल भरवाने के लिए सर्विस रोड पर एक खमण सेंटर के निकट से गुजर रहे थे, तभी पीछे से एक मोटरसाइकिल पर आए तीन जनों में से एक ने उनका बैग छीन लिया और डिंडोली की तरफ भाग गए थे।
————————
क्रिप्टो करेंसी में निवेश के बहाने की थी लाखों की ठगी
– जूनागढ़ के आरोपी को एसओजी ने पकड़ा सूरत. सौराष्ट्र के जूनगाढ़ में क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने पर तगड़े रिटर्न का झांसा देकर लोगों से लाखों रुपए की ठगी के मामले में फरार चल रहे एक आरोपी को एसओजी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस के मुताबिक अडाजण सुमन घटा निवासी आरोपी किशन बोरखतरिया (26) ने अपने साथियों के साथ मिलकर जूनागढ़ में एक सेवानिवृत्त सैनिक और अन्य लोगों से लाखों रुपए की ठगी की थी। कम्प्यूटर कम्युनिकेशन में मास्टर डिग्री ले चुके किशन और उसके साथियों ने कार्यालय शुरू कर लोगों से क्रिप्टो करेंसी में निवेश करवाया था। 3.60 लाख का निवेश करने पर 52 किश्तों में 12.48 लाख रुपए के रिटर्न का झांसा देते थे।
शुरू में लोगों को किश्तें देकर रुपए बटोरे और फिर अपना कार्यालय बंद कर फरार हो गए। पीडि़तों से शिकायत मिलने पर जूनागढ़ पुलिस ने मामला दर्ज कर उन्हें वांछित घोषित किया था। इस बीच एसओजी को किशन के सूरत में होने की जानकारी मिली तो अडाजण से उसे गिरफ्तार कर लिया।
———————–