इस साल मानसून में सामान्य से 30 प्रतिशत अधिक बारिश
गुरुवार रात को पानी डिस्चार्ज के बाद मधुबन डेम का लेवल 77.0 मीटर चल रहा है। इस साल मानसून में सामान्य से 30 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। मानसून ने 29 जून को दस्तक दी थी, इसके बाद अधिक लम्बा विराम नहीं लिया। जुलाई,अगस्त धुआंधार मेघ बरसने से औसत बारिश का ग्राफ 15 अगस्त तक पूरा हो गया। सबसे अधिक बरसात 2017 में 3579.8 मिमी हुई थी। इससे पहले वर्ष 2018 में 2357.7 मिमी 2016 में 2427, 2014 में 2279, 2015 में 1588 मिमी बारिश हुई है। मौसम संबंधी रिकॉर्ड खंगाले तो वर्ष 1966 से लेकर 2018 तक सबसे अधिक बारिश का रिकॉर्ड 1994 के नाम दर्ज है। सन्1994 में 3829.41 मिमी तथा वर्ष 1981 में 3434.0 मिमी बारिश हुई थी। सबसे कम वर्षा 1974 में 1281.0 मिमी दर्ज की थी।
गुरुवार रात को पानी डिस्चार्ज के बाद मधुबन डेम का लेवल 77.0 मीटर चल रहा है। इस साल मानसून में सामान्य से 30 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। मानसून ने 29 जून को दस्तक दी थी, इसके बाद अधिक लम्बा विराम नहीं लिया। जुलाई,अगस्त धुआंधार मेघ बरसने से औसत बारिश का ग्राफ 15 अगस्त तक पूरा हो गया। सबसे अधिक बरसात 2017 में 3579.8 मिमी हुई थी। इससे पहले वर्ष 2018 में 2357.7 मिमी 2016 में 2427, 2014 में 2279, 2015 में 1588 मिमी बारिश हुई है। मौसम संबंधी रिकॉर्ड खंगाले तो वर्ष 1966 से लेकर 2018 तक सबसे अधिक बारिश का रिकॉर्ड 1994 के नाम दर्ज है। सन्1994 में 3829.41 मिमी तथा वर्ष 1981 में 3434.0 मिमी बारिश हुई थी। सबसे कम वर्षा 1974 में 1281.0 मिमी दर्ज की थी।