मारुति टैक्सटाइल एजेंसी के नाम से बतौर कमीशन एजेंट काम करने वाले दीपक ने रिंग रोड पर शिव शक्ति मार्केट में अलवीरा साड़ीज के नाम से कारोबार करने वाले अब्दुल को भरोसे में लिया। उसने १५ अप्रेल से १५ मई के दौरान अलग-अलग व्यापारियों के नाम से १३ लाख ५७ हजार ४६० रुपए की साडिय़ां खरीदीं, लेकिन तय समय में भुगतान नहीं किया। पेमेंट मांगने पर कुछ समय वह टालमटोल करता रहा और फिर अपनी एजेंसी बंद कर फरार हो गया।
इसी तरह परवत पाटिया में मॉडल टाउन पार्क निवासी कपड़ा व्यापारी रंजन गुप्ता के साथ अंबाजी मार्केट सिद्धि विनायक क्रिएशन के संचालक पंकज अग्रवाल, पांडेसरा हरिओमनगर निवासी दर्शन खत्री और दलाल राजेश अग्रवाल पर धोखाधड़ी का आरोप है। पुलिस के मुताबिक तीनों ने १० मई से १५ अगस्त के दौरान रंजन गुप्ता को विश्वास में लेकर उससे २ हजार ४३० डाइड साडिय़ां खरीदीं। इनके ३ लाख ८ हजार ८३६ रुपए का भुगतान उन्होंने सात दिन में करने का वादा किया था, लेकिन भुगतान नहीं किया। उन्होंने जो दो चैक दिए, वह बैंक से रिटर्न हो गए।
एक अन्य मामले में कोलकाता के एक युवक ने सिल्कसिटी मार्केट के व्यापारी के साथ १६ लाख ८६ हजार ३०० रुपए की धोखाधड़ी की। पुलिस के मुताबिक कोलकाता के हुगली निवासी आदर्श अग्रवाल ने एक प्रमोशन वेबसाइट के मार्फत सिल्क सिटी मार्केट में हीरावत फेब्रिक्स के नाम से कारोबार करने वाले न्यू सिटीलाइट मोनिल पार्क निवासी व्यापारी रूपचंद हीरावत से संपर्क साधा। उसने ८ नवम्बर, २०१६ से १७ फरवरी, २०१७ के दौरान १९ लाख ३४ हजार ३०० रुपए का कपड़ा लिया। इसमें से २ लाख ४८ हजार रुपए का तो उसने भुगतान कर दिया, लेकिन शेष राशि नहीं चुकाई। रुपए मांगने पर रूपचंद के पुत्र विकास के साथ अभद्र व्यवहार किया गया।
इसी तरह अहमदाबाद के कालूपुर में घनश्याम कॉम्प्लेक्स के दिया टैक्स फेब के संचालक दिनेश भांगा पर रांदेर जय जलाराम सोसायटी निवासी सागर अशोक भगवानी के साथ धोखाधड़ी का आरोप है। रिंग रोड पर श्रीराम मार्केट में कपड़े का कारोबार करने वाले सागर को भरोसे में लेकर दिनेश ने ६ जनवरी, २०१६ से १५ फरवरी, २०१७ के दौरान १० लाख १२ हजार २९४ रुपए का कपड़ा उधार लिया, लेकिन भुगतान नहीं किया।