श्री सोमनाथ महादेव मंदिर का शिवलिंग स्वयंभू है। सुबह में भगवान भोलेनाथ की मंत्रोच्चार के साथ शास्त्रोक्त पूजा की गई। साथ ही ओम नम: शिवाय के मंत्र का जाप भी किया गया। सुबह की आरती का सैकड़ों श्रद्धालुओं ने लाभ लिया। शाम को मंदिर के गर्भगृह एवं मंदिर परिसर में 5100 दीये जलाकर देव दीपावली मनाई गई। दिव्य प्रकाश के बीच भक्तों ने सोमनाथ महादेव के दर्शन कर धन्यता का अनुभव किया। इस मंदिर में देव दीपावली का आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी है। दीपों की अनोखी दीपावली ने भक्तों में खूब आकर्षण जमाया।
नवसारी. भारतीय संस्कृति में ही त्योहार एवं उत्सव घुले हैं। त्योहारों पर गांव में लगने वाले मेले ग्रामीण संस्कृति को उजागर करते हैं। मंगलवार को देव दीपावली पर जिले के कई गांवों में मेला लगा रहा। इसके तहत अमलसाड के अंधेश्वर महादेव मंदिर, चिखली के मलवाडा, खांभड़ा और खुडवेल गांव में भी स्थानीय मंदिरों के पास मेला लगा। इसमें आसपास के गांवों के लोग बड़ी संख्या में उमड़ पड़े। लोगों ने मेले में मनोरंजन के साथ अपने लिए उपयोगी सामानों की खरीदारी भी की। वहीं, वेकेशन का आखिरी दिन होने से मेले में भीड़ भी ज्यादा रही। बच्चों व युवाओं के साथ परिवार के लोग भी मेले का आनंद उठाने आए थे। ग्रामीण क्षेत्र के मेले में खाने पीने के साथ मनोरंजन का सामान, कपड़े, बर्तन, फर्नीचर, खिलौने, मसाले, सब्जी, अनाज आदि जरूरी चीजों के व्यापारी अपनी दुकानें सजाते हैं। मेले में ग्रामीण जीवन पूरे उत्साह के साथ पहुंचता है।