इस संबंध में सरथाणा रीवर पेन्टा निवासी पीडि़त विजय विट्ठल रामाणी ने साइबर क्राइम थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई है। पुलिस ने बताया कि विजय मोटा वराछा तापी आर्केड में शारदा कॉरपोरेशन के नाम से सिंथेटिक लेदर व टेक्सटाइल का इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट करते है। 2021 में सरकार ने एक्सपोर्ट को प्रोत्साहन देने के लिए रीबेट ऑफ स्टेट एण्ड सेंट्रल टेक्सेस एण्ड लेवीज (आरओएससीटीएल) स्कीम शुरू की थी।
जिसकी विजय को जानकारी तो थी लेकिन उन्होंने रीबेट क्लेम नहीं किया था। 15 अक्टूबर 2022 को उन्होंने रीबेट क्लेम करने के लिए वेबसाइट खोली और उस पर रजिस्ट्रेशन करने का प्रयास किया तो पता चला कि रजिस्ट्रेशन पहले ही हो चुका है। उन्होंने संंबंधित विभाग से जानकारी निकाली तो पता चला कि उनका फर्म का 95 लाख 42 हजार 831 रुपए का रीबेट बना था।
जिसमें 54 लाख 25 हजार 767 किसी अन्य फर्म में ट्रांसफर कर क्लेम कर ली गई है। इस विजय ने अपनी फर्म की फिर से केवाइसी करवाई। पुलिस ने बताया कि साइबर ठग ने रजिस्ट्रेशन विजय की फर्म के नाम से किया था, लेकिन आधारकार्ड विजय नाम के किसी अन्य व्यक्ति का उपयोग किया था।
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