कोरोना के साथ अन्य बीमारी वाले गंभीर वैक्सीन नहीं लेने वाले ऐसे मरीजों की हालत गंभीर हो रही है जिन्हें डायबिटिज, ब्लड प्रेशर समेत दूसरी बीमारी है। ऐसे मरीज के वेंटिलेटर पर जाने के बाद उसे रिकवर करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। न्यू सिविल और स्मीमेर अस्पताल में भर्ती 34 मरीज गंभीर हैं। चिकित्सकों ने बताया कि रेमडेसिविर, टोसिलिजुमैब इंजेक्शन के अलावा एंटी वायरल फेविपिरावीर, एंटीबायोटिक मेरोपेन, स्टेरॉयड समेत अन्य दवाइयों से भी इलाज किया जा रहा है।
अब तक 150 रमेडिसिवर और 4 टोसिलिजुमैब न्यू सिविल अस्पताल में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर पहले से दवाइयों का स्टॉक कर लिया गया था। सिविल अस्पताल के पास दिसंबर में 14,195 रेमडेसिविर इंजेक्शन, 60 टोसिलिजुमैब इंजेक्शन स्टॉक था। हाल में स्टेमसेल कोविड अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या 93 हैं। इसमें गंभीर मरीजों को अब तक 150 रेमडेसिविर और 4 टोसिलिजुमैब इंजेक्शन दिए गए हैं। हाल में रेमडेसिविर के 14,045 और टोसिलिजुमाब के 56 इंजेक्शन हैं।
पीक आ गया, अब केस घटेंगे ओपीडी में इन दिनों वायरल फ्लू सर्दी-जुकाम, बुखार के केस सबसे अधिक आ रहे हैं। सूरत समेत महानगरों में कोरोना पीक आ गया है और अब केसों के घटने की संभावना है। गंभीर मरीजों को दूसरी लहर के मुताबिक ही रेमडेसिविर समेत अन्य दवाइयों से इलाज किया जा रहा है।
- डॉ. समीर गामी, चेस्ट फिजिशियन, सूरत।