न्यू सिविल अस्पताल में मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अश्विन वसावा ने बताया कि वैक्सीन सुरक्षित है और सभी को वैक्सीन के दो डोज लेना चाहिए। वैक्सीन के प्राथमिक ट्रायल को देखते हुए और सुरक्षित मानकर ही केन्द्र सरकार ने वैक्सीन को मंजूरी दी है। हर वैक्सीन लेने के बाद उसके सामने कितने समय तक बचाव मिलेगा इसको लेकर अधिकारिक डाटा होता है। कोरोना वैक्सीन को लेकर फिलहाल यह डाटा उपलब्ध नहीं है, लेकिन प्रथम डोज लेने के बाद 50 से 60 प्रतिशत और दूसरा डोज लेने के बाद 70 से 90 प्रतिशत तक वायरस के सामने सुरक्षा मिलेगी। फ्लू के वैक्सीन जो बाजार में मिलते हैं, उसमें भी 65 से 70 प्रतिशत तक ही सुरक्षा मिलती है। भारतीय वैक्सीन का पहला डोज दिया गया है। अब तक कोई भी साइड इफैक्ट के मामले सामने नहीं आए।
पीएसएम विभाग के अध्यक्ष डॉ. जयेश कोसंबिया ने बताया कि वैक्सीनेशन के दौरान किसी भी व्यक्ति को कोई साइड इफैक्ट नहीं आया है।
पीएसएम विभाग के अध्यक्ष डॉ. जयेश कोसंबिया ने बताया कि वैक्सीनेशन के दौरान किसी भी व्यक्ति को कोई साइड इफैक्ट नहीं आया है।
टीकारण से पहले जानने वाली जरूरी बातें – टीकाकरण अभियान स्वैच्छिक और सुरक्षित है। – टीका लेने से पूर्व पूरी नींद लें और खाना खाकर सेंटर पहुंचे। पीने का पानी ले सकते हैं। खाद्य सामग्री नहीं।
– वैक्सीन बांह पर दी जाएगी, टीकाकरण के दौरान हल्के कपड़े पहने। – वैक्सीन लेने के बाद निरीक्षण रूम में 30 मिनट आराम जरूरी है। बाद में तकलीफ होने पर 1075 पर कॉल करें।
– टीका के दो डोज 28 दिन के अंतर पर लेना है। सेकंड डोज के लिए मोबाइल पर फिर से मैसेज आएगा। – कोरोना पॉजिटिव या वैक्सीन तारीख पर कोरोना के लक्षण दिखाई दे तो 14 दिन तक वैक्सीन टालना चाहिए।
– कोरोना से स्वस्थ हुए लोगों को वैक्सीन लेने से रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ेगी।