scriptचिडिय़ा को बचाने शहर की स्टूडन्ट जीया देसाई की अनोखी पहल | A unique initiative of city student Jiya Desai to save Chidiya | Patrika News

चिडिय़ा को बचाने शहर की स्टूडन्ट जीया देसाई की अनोखी पहल

locationसूरतPublished: Feb 06, 2020 02:24:13 pm

राष्ट्रीय बगायात मेले में आयोजित बुके प्रतियोगिता में बुके में चिडिय़ा का घोसला बनाया

चिडिय़ा को बचाने शहर की स्टूडन्ट जीया देसाई की अनोखी पहल

चिडिय़ा को बचाने शहर की स्टूडन्ट जीया देसाई की अनोखी पहल

सूरत. सूरत महानगरपालिका द्वारा आयोजित नेशनल बुक फेर और बागायती मेले में सूरत एसएमसी द्वारा बच्चों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में शहर की स्कूल्स के छात्रों ने उत्साह से हिस्सा लिया। इस दौरान आयोजित फ्लावर एरेन्जमेन्ट्स व बुके बनाने प्रतियोगिता में भी शहर की कई स्कूल्स के छात्रों ने हिस्सा लिया। छात्रों ने सर्जनात्मकता का परिचय देते हुए कई कृतियों का परिचय दिया। ऐसी ही एक कृति देखने मिली जे. एच. अंबानी स्कूल में कक्षा आठ में अध्ययनरत छात्रा जीया देसाई के हाथ में, जिसमें उसने पर्यावरण सुरक्षा को अग्रता दी थी।

यह छात्रा ने फूलों का एक बुके तैयार किया, जो बुके में उसने चिडिय़ा का घोसला भी शामिल किया। यह यूनिक बुके के बारे में जीया देसाई बताया कि हम सामान्य तौर पर एक दूसरे को मिलने के दौरान बुके की भेंट देते है। यह बुके के फूलों के मुरझाने के बाद में कूड़े में चले जाते हैं, लेकिन यह बुके में चिडिय़ा का घोसला होने के कारण हमारे घर की खिड़कियों में या बाल्कनी में रख सकते हैं।

उल्लेखनीय है कि आज शहरों में से चिडिय़ां चिंताजनक रूप से अदृश्य हो रही है। ऐसी अवस्था में इस तरह के आईडियाज पर कार्य किया जाए तो सामाजिक रीत रिवाजों के साथ पर्यावरण सुरक्षा को भी प्राध्यान्य दिया जा सकता है। जे. एच. अंबानी स्कूल की छात्रा की कृति में क्लिन इन्डिया ग्रीन इन्डिया का मैसेज भी मिलता है।

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