सूरत महानगर पालिका में 25 सालों से काबिज भाजपा का जनाधार बढ़ता गया है, जब कि विपक्ष की भूमिका निभा रही कांग्रेस का जनाधार ख़तम होते नजर आ रहा है। सूरत में अब तक भाजपा और कांग्रेस दो ही पार्टी थी। पहली बार तीसरे विकल्प के रूप में आम आदमी पार्टी उभर कर आई। शुरू से ही कयास लगाए जा रहे थे कि आम आदमी पार्टी इस बार कांग्रेस से बेहतर प्रदर्शन करेगी। मंगलवार को हुए परिणामों की घोषणा ने साफ कर दिया और आम आदमी पार्टी दूसरे नंबर पर रही। वहीं अब तक दूसरे नंबर रही कांग्रेस का खाता तक खुल नहीं पाया और करारी हार का सामना करना पड़ा।