अंत में कक्षा १ से ९ और ११वीं के विद्यार्थियों को मास प्रमोशन देने का निर्णय लेना पड़ा। अभी तक विद्यार्थियों का परिणाम तैयार नहीं हो पाया है और वेकेशन की मांग होने लगी। सरकार ने तुरंत ही स्कूलों में ३ मई से ६ जून तक वेकेशन की घोषणा कर दी। सोमवार से स्कूलों में ग्रीष्मकालीन वेकेशन शुरू हो जाएगा। पूरा साल बिना स्कूल गए ही विद्यार्थियों को वेकेशन दे दिया गया है। साल भर स्कूल में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी ग्रीष्मकालीन वेकेशन का बेसब्री से इंतजार करते हैं। लेकिन यह पहला ऐसा शैक्षणिक सत्र रहा जिसमें विद्यार्थी साल भर घर पर ही रहे और वेकेशन हो गया।
कोरोना काल में कई ऐसे सवाल सामने आए, जिनका कोई जवाब नहीं मिल पाया है। सालभर ऑनलाइन पढ़ाई से कैसे दिया जाए प्रमोशन? आंतरिक परीक्षाओं से कैसे तैयार किया जाए वार्षिक परिणाम? ऑनलाइन कक्षा के कारण फीस को लेकर खड़ी हुई समस्या। पुराने सत्र की फीस के सामने नए सत्र की फीस कैसे वसूली जाए? शिक्षकों के वेतन का मामला कैसे सुलझाया जाए? यह सारे प्रश्न अभी भी सुलझ नहीं पाए हैं।
सरकार ने स्कूलों में वेकेशन तो घोषित कर दिया, लेकिन बोर्ड परीक्षा का मामला अभी सुलझा नहीं है। सरकार ने १०वीं और १२वीं की परीक्षा स्थगित कर दी है, लेकिन यह परीक्षाएं कैसे और कब ली जाएगी इस पर अभी तक कोई फैसला नहीं हो पाया है। बोर्ड परीक्षा को लग रहे समय के कारण बोर्ड विद्यार्थी तनाव का शिकार होते जा रहे हैं।