scriptविद्यार्थियों के शोर-गुल बिना ही पूर्ण हो गया २०२०-२१ का शैक्षणिक सत्र… | Academic session of 2020-21 was completed without STUDENTS | Patrika News

विद्यार्थियों के शोर-गुल बिना ही पूर्ण हो गया २०२०-२१ का शैक्षणिक सत्र…

locationसूरतPublished: May 01, 2021 10:02:30 pm

– ३ मई से ६जून तक स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश, ७ जून से नए शैक्षणिक सत्र का होगा आगाज
– समिति और अनुदानित स्कूल के शिक्षक कोविड ड्यूटी पर

विद्यार्थियों के शोर-गुल बिना ही पूर्ण हो गया २०२०-२१ का शैक्षणिक सत्र...

विद्यार्थियों के शोर-गुल बिना ही पूर्ण हो गया २०२०-२१ का शैक्षणिक सत्र…

सूरत.

कोरोना महामारी का शिक्षा जगत पर गहरा असर हुआ है। शिक्षा क्षेत्र में कई सारे प्रश्न खड़े हुए, जो सुलझ नहीं पाए हैं। इस के बीच सोमवार से राज्यभर के सरकारी, अनुदानित और स्वनिर्भर स्कूलों में ग्रीष्मकालीन वेकेशन हो गया। विद्यार्थियों के शोर-गुल बिना ही शैक्षणिक सत्र २०२०-२१ पूर्ण हो गया। ७ जून से स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र का आगाज होगा। सरकार के दिशा- निर्देश और कोरोना पर आने वाले नए शैक्षणिक सत्र का भविष्य टिका है। इस बीच समिति और अनुदानित स्कूलों के शिक्षक कोरोना ड्यूटी में व्यस्त हैं।
मार्च २०२० के बाद से जिन स्कूलों में विद्यार्थियों के शोर-गुल से रौनक रहती थी, वे कोरोना के कारण साल भर सूने रहे। विद्यार्थियों को कोरोना से बचाने के लिए ऑनलाइन शिक्षा का रास्ता अपनाया गया। सरकार ने जनवरी २०२१ में १०वीं और १२वीं के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोले, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के कारण स्कूलों को बंद करना पड़ा।
परिणाम जारी नहीं हुए और वेकेशन :
अंत में कक्षा १ से ९ और ११वीं के विद्यार्थियों को मास प्रमोशन देने का निर्णय लेना पड़ा। अभी तक विद्यार्थियों का परिणाम तैयार नहीं हो पाया है और वेकेशन की मांग होने लगी। सरकार ने तुरंत ही स्कूलों में ३ मई से ६ जून तक वेकेशन की घोषणा कर दी। सोमवार से स्कूलों में ग्रीष्मकालीन वेकेशन शुरू हो जाएगा। पूरा साल बिना स्कूल गए ही विद्यार्थियों को वेकेशन दे दिया गया है। साल भर स्कूल में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी ग्रीष्मकालीन वेकेशन का बेसब्री से इंतजार करते हैं। लेकिन यह पहला ऐसा शैक्षणिक सत्र रहा जिसमें विद्यार्थी साल भर घर पर ही रहे और वेकेशन हो गया।
सवालों का नहीं मिल पाया जवाब :
कोरोना काल में कई ऐसे सवाल सामने आए, जिनका कोई जवाब नहीं मिल पाया है। सालभर ऑनलाइन पढ़ाई से कैसे दिया जाए प्रमोशन? आंतरिक परीक्षाओं से कैसे तैयार किया जाए वार्षिक परिणाम? ऑनलाइन कक्षा के कारण फीस को लेकर खड़ी हुई समस्या। पुराने सत्र की फीस के सामने नए सत्र की फीस कैसे वसूली जाए? शिक्षकों के वेतन का मामला कैसे सुलझाया जाए? यह सारे प्रश्न अभी भी सुलझ नहीं पाए हैं।
बोर्ड परीक्षा का नहीं हुआ समाधान :
सरकार ने स्कूलों में वेकेशन तो घोषित कर दिया, लेकिन बोर्ड परीक्षा का मामला अभी सुलझा नहीं है। सरकार ने १०वीं और १२वीं की परीक्षा स्थगित कर दी है, लेकिन यह परीक्षाएं कैसे और कब ली जाएगी इस पर अभी तक कोई फैसला नहीं हो पाया है। बोर्ड परीक्षा को लग रहे समय के कारण बोर्ड विद्यार्थी तनाव का शिकार होते जा रहे हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो