scriptMURDER ACCUSED : शहर में ही था, फिर भी पुलिस को गिरफ्तारी में लगे 22 साल ! | accused was still in the city, yet the police took 22 years to arrest | Patrika News

MURDER ACCUSED : शहर में ही था, फिर भी पुलिस को गिरफ्तारी में लगे 22 साल !

locationसूरतPublished: Jan 19, 2020 12:47:26 pm

Submitted by:

Dinesh M Trivedi

पूजा ने पानी पुरी बेचने वाले भगवान सिंह से की थी शादी, कुछ समय बाद ही हुई अनबन और उसने तीन मित्रों के साथ मिलकर कर दी थी हत्या, शव कचरे के डिब्बे में फेंका था, दो उसी समय पकड़े गए थे, भगवानसिंह अभी भी फरार
Pooja married Pani Puri-seller Bhagwan Singh, the marriage took place shortly after and she had committed murder along with three friends, the body was thrown in a garbage can, two were caught at the same time, Bhagwan Singh was still absconding.

MURDER ACCUSED : शहर में ही था  फिर भी पुलिस को गिरफ्तारी में लगे 22 साल !

MURDER ACCUSED : शहर में ही था फिर भी पुलिस को गिरफ्तारी में लगे 22 साल !

सूरत. वराछा क्षेत्र में 22 साल पूर्व हुई एक महिला की हत्या के मामले में फरार एक युवक को क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार को नाना वराछा इलाके से गिरफ्तार किया है। मजे की बात यह है कि वह शहर में ही था। फिर भी क्राइम ब्रांच की टीम उसकी तलाश में उत्तरप्रदेश गई और वहां से उसके सूरत में ही होने की जानकारी मिलने पर उसे धर दबोचा।
जानकारी के अनुसार उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ जिले के मिर्जापुर निवासी गिरिराज फौजदार (50) 1998 में वराछा में हुई पूजा पंड्या की हत्या में शामिल था। उसने राज बहादुर कुशवाहा एवं सुरेश कुशवाहा के साथ मिलकर मुख्य अभियुक्त भगवान सिंह कुशवाहा की मदद की थी। चारों ने मिलकर पूजा की हत्या कर दी थी और शव को वराछा जगदीशनगर के खुले मैदान में रखे मनपा के कचरापात्र में फेंक दिया था। 29 अक्टूबर 1998को वराछा पुलिस ने शव बरामद किया था। कुछ दिन तक तो शिनाख्त नहीं हो पाई। शिनाख्त होने के बाद पुलिस ने राज बहादुर और सुरेश को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन गिरिराज एवं भगवान सिंह फरार हो गए थे। वराछा पुलिस ने कथिततौर पर उत्तरप्रदेश में उनके मूल निवास पर भी टीम भेजी थी, लेकिन उनका पता नहीं चला था। पिछले दिनों पुलिस महानिदेशक के आदेश पर क्राइम ब्रांच ने लंबे समय से फरार आरोपियों की खोजबीन का अभियान छेड़ा। गिरिराज एवं भगवान की खोज में एक टीम मिर्जापुर पहुंची। वहां पूछताछ में पता चला कि गिरिराज सूरत में ही रहता है।

ऑटो रिक्शा चलाता था सूरत में
हत्या के बाद कुछ समय गांव में रहने के बाद गिरिराज सूरत लौट आया था। वह पूणागाम स्थित सत्यम अपार्टमेंट में रह रहा था और ऑटो रिक्शा चलाता था। बीच-बीच में गांव भी आता जाता था। गांव से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने खोजबीन शुरू की और शुक्रवार शाम उसे नाना वराछा इलाके से उसे धर दबोचा। उससे मुख्य आरोपी भगवान के बारे में पूछताछ की जा रही है।

पूजा ने पानी पुरी बेचने वाले भगवान सिंह से की थी शादी
पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी भगवान सिंह पूर्व में पानीपूरी बेचता था। पूजा उसकी रेहड़ी पर पानीपूरी खाने आती थी। दोनों के बीच दोस्ती हुई और दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया था। शादी के कुछ समय बाद ही दोनों में अनबन शुरू हो गई थी। दोनों के बीच झगड़ा होने पर भगवानसिंह ने उसके सिर व चेहरे पर किसी ठोस चीज से वार कर उसकी हत्या कर दी थी और अपने साथियों की मदद से शव कचरा पात्र में फेंककर फरार हो गया था।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो