सूरतPublished: Sep 08, 2023 07:42:24 pm
Divyesh Kumar Sondarva
सूरत. एक समय था जब एमबीए और एमसीए को स्टेट्स सिंबल कोर्स मना जाता था। लेकिन अब इसमें भी विद्यार्थियों को रुचि नहीं रही है। एमबीए के 14 कॉलेजों में 1,769 सीटें हैं, इनमें से 1,324 खाली है। एमसीए के 7 कॉलेजों में 1,083 सीटें हैं, जिनमें से 672 सीटें रिक्त पड़ी है। गुजरात के डिग्री-डिप्लोमा इंजीनियरिंग, एमबीए, एमसीए, आर्किटेक्चर, फार्मेसी और पैरा-मेडिकल कोर्स की प्रवेश प्रक्रिया अंतिम चरण में है। पिछले पांच सालों की तरह इस साल सभी कोर्स में रिक्त पड़ी सीटें संचालकों के लिए परेशानी का कारण बन गई है।
दक्षिण गुजरात में सभी तकनीकी कॉलेजों को मिलाकर कुल 24,270 सीटों के सामने 10,633 सीटों पर ही विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है, जबकि 13,637 सीटें खाली पड़ी हैं। ज्यादातर तकनीकी कॉलेजों में 50 प्रतिशत सीटें भी नहीं भर पाई। गुजरात के तकनीकी कॉलेजों में प्रवेश देने का जिम्मा एडमिशन कमेटी फॉर प्रोफेशनल कोर्सेस (एसीपीसी) को सौंपा गया है। एसीपीसी पिछले तीन माह से सभी तकनीकी कोर्स की ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया कर रही है। डिग्री-डिप्लोमा इंजीनियरिंग, एमबीए, एमसीए, आर्किटेक्चर, फार्मेसी और पैरा-मेडिकल कोर्स में प्रवेश के औसत दो राउंड पूरे हो चुके हैं।