सूरतPublished: Nov 09, 2023 07:56:28 pm
Divyesh Kumar Sondarva
विद्यार्थियों के नहीं मिलने पर गुजरात के इंजीनियरिंग कॉलेज की हालत साल दर साल दयनीय होती जा रही है। इस बीच मजूरा गेट स्थित डॉ.एस एंड एस.एस. गांधी इंजीनियरिंग कॉलेज के अवेयरनेस सर्वे रिपोर्ट के नतीजों ने तकनीकी शिक्षा क्षेत्र से जुड़े सभी को चौंका दिया है। इस सर्वे रिपोर्ट के अनुसार प्रवेश लेने वालों में से 10 फीसदी विद्यार्थी बीच में ही पढ़ाई छोड़ ड्रॉपआउट ले लेते हैं।
- प्राध्यापकों ने किया अवेयरनेस सर्वे :
डिग्री हासिल करने वालों में से मात्र 40 फीसदी ही रोजगार मेले में हिस्सा लेते हैं। चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि डिग्री पूर्ण करने वालों में से सिर्फ 15 प्रतिशत ही आगे मास्टर की पढ़ाई करते हैं। इसके अलावा 15 से 20 प्रतिशत विद्यार्थी इंजीनियर बन जाने के बाद परिवार के व्यवसाय से जुड़ जाते हैं। हाल ही में प्रदेश के डिग्री-डिप्लोमा इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश की प्रक्रिया पूर्ण हुई है। नए प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की कक्षाएं शुरू होते ही मजूरा गेट स्थित गांधी सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राध्यापकों ने अवेयरनेस सर्वे किया। विद्यार्थी इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम के प्रति कितने जागरूक हैं और कितने इस क्षेत्र में अपना भविष्य संवारना चाहते हैं, यह जानने के लिए सर्वे किया गया।