आरोप, श्यामलाल का बचाव कर रही है पुलिस
परिजनों का आरोप है कि रामफेर की हत्या की साजिश उसके पार्टनर श्यामलाल ने ही रची है। उसी ने शातिर आलोक को पांच लाख रुपए में हत्या की सुपारी दी थी। आलोक ने मुंबई से चार जनों को बुलवा कर हत्या करवाई। उनका दावा है कि पकड़े गए एक आरोपी ज्वालाप्रसाद ने इस बात का खुलासा भी किया है। फिर भी पुलिस श्यामलाल को गिरफ्तार नहीं कर रही है। आलोक व अन्य आरोपियों से रामफेर का कोई लेना देना नहीं था।
शाम को किया अंतिम संस्कार
दोपहर से शाम तक परिजन चौराहे पर शव रख कर जमे रहे। उन्होंने डिंडोली पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। बाद में आलाधिकारियों से ठोस कार्रवाई का आश्वासन मिलने पर उन्होंने शव को वहां से हटाया। शाम को श्मशान यात्रा निकाली गई। इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। रात में वराछा अश्विनी कुमार शमशान घाट पर मृतक रामफेर का अंतिम संस्कार किया गया।
गौरतलब है कि डिंडोली न्यू बालाजीनगर सोसाटी निवासी रामफेर (45) पुत्र भोलानाथ गौतम गत ५ नवम्बर को रहस्यमय हालात में लापता हो गए थे। परिजनों ने उनकी गुमशुद्गी दर्ज करवा कर पार्टनर श्यामलाल पर आशंका जताई थी। क्योंकि श्यामलाल से कथिततौर प्लॉट्स के ५० लाख रुपए के लेनदेन का विवाद था। फिर भी पुलिस ने एक माह तक कुछ नहीं किया। दबाव बढऩे पर पुलिस ने कॉल डिटेल के आधार पर मुंबई से दो आरोपियों मुंबई के जोगेश्वरी निवासी जीतेन्द्र उर्फ ज्वाला प्रसाद यादव व दिवाकर यादव उर्फ लल्ला को गिरफ्तार किया था। उनसे पूछताछ में हत्या का खुलासा होने पर ३९ दिन बाद पुलिस ने सीवरेज लाइन से बोरे में बंद रामफेर का शव बरामद किया था।
डिंडोली पुलिस का कहना है कि उत्तरप्रदेश से दो और आरोपियों संदीप यादव और रामलोटन यादव को गिरफ्तार किया गया है। उन्हें सूरत लाने की कवायद चल रही है। डिंडोली रामीपार्क सोसायटी निवासी आरोपी आलोक फरार है उसकी तलाश जारी है। प्राथमिक पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों का कहना है कि वे आलोक के कहने पर ही सूरत आए थे और उसके कहने पर उसी के घर में रामफेर की हत्या की थी। आलोक के कहने पर हत्या का वीडियो भी बनाया था। वहीं, सूत्रों का कहना है कि शातिर आलोक यादव पूर्व में भी कई मामलों में पकड़ा जा चुका है तथा पासा के तहत जेल भी जा चुका है।
पकड़े गए आरोपियों से हत्या के कारण को लेकर कोई जानकारी नहीं मिली है। आलोक की खोजबीन जारी है। उसके पकड़े जाने के बाद ही हत्या करने के कारण की जानकारी मिल पाएगी। अब तक की जांच में रामफेर के पार्टनर श्यामलाल के खिलाफ भी कोई सबूत नहीं मिला है। हालांकि परिजनों से आरोप लगाए हैं, लेकिन उसकी भूमिका के बारे में भी आलोक से पूछताछ के बाद ही पता चल पाएगा।
– जे.के.झाला, पुलिस निरीक्षक, डिंडोली
हत्या की इस साजिश में अब तक की जांच में श्यामलाल की भूमिका को लेकर कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिले हैं। जांच में यदि ठोस साक्ष्य मिलेंगे तो किसी को छोड़ा नहीं जाएगा। गिरफ्तार कर ठोस कार्रवाई की जाएगी।
– ए.एम.परमार, सहायक पुलिस आयुक्त, बी.डिवीजन