बारडोली के सुथार फलिया निवासी युवक को एक सप्ताह पूर्व सूरत के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था। यहां कोरोना के लक्षण पाए जाने पर टेस्ट किया गया था। 27 जून को आई रिपोर्ट में युवक को कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। उसकी रिपोर्ट अस्पताल प्रशासन तक पहुंचती इससे पहले ही युवक को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। सूरत शहर और जिला के स्वास्थ्य विभाग में संकलन के अभाव के कारण बारडोली तक रिपोर्ट आने में सात दिन लग गए।
स्वास्थ्य विभाग की इस लापरवाही के कारण क्षेत्र को तुरंत क्वारन्टाइन नहीं किया जा सका। यह मामला सामने आने के बाद क्षेत्र के लोग दहशत में हैं। उनका आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग की यह लापरवाही उनकी जिंदगी पर भारी पड़ सकती ळै। उधर, तहसील स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हेतल चौधरी ने बताया कि संक्रमित युवक की रिपोर्ट 27 जून को ही आ गई थी। इस संबंध में जिला स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी तब साझा की जब युवक अस्पताल से डिस्चार्ज हो गया।
व्यारा में दंपति समेत तीन संक्रमित तापी जिला के व्यारा में शुक्रवार को एक साथ तीन केस सामने आए। व्यारा के दादरी फलिया निवासी एक युवक और कुंज सोसाइटी निवासी एक दंपति कोरोना की चपेट में आ गए।