करीब तीन घंटे बाद आग पर काबू पाया आग लगने की सूचना दमकल कर्मियों को मिलने के कुछ समय बाद ही दमकल गाडिय़ां मौके पर पहुंच गई। आग कंपनी के दूसरे प्लांट में रखे केमिकल और आसपास की कंपनियों तक न पहुंचे, इसके लिए दमकल कर्मियों ने लगातार पानी की बौछार जारी रखी। केमिकल की आग होने के कारण फॉम का ज्यादा उपयोग किया गया। आग बुझाने के लिए वापी के अलावा सरीगाम, भिलाड़, सिलवासा समेत अन्य जगहों से भी दमकल गाडिय़ों को बुलाया गया था। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। घटना की जानकारी पाकर मौके पर पुलिस उपाधीक्षक जाडेजा, जीआइडीसी पीआई एसजे बारिया पुलिस टीम के साथ पहुंच गए थे। घटना स्थल पर भीड़ के कारण दमकल कर्मियों को किसी प्रकार की दिक्कत से बचने के लिए मार्ग को भी कुछ देर के लिए बंद कर दिया था। इस दौरान पुलिस समन्वय टीम ने भी मौजूद रहकर आग बुझाने में दमकल कर्मियों की सहायता की और लगातार तीन घंटे तक इस काम में जुटी रही। घटना में जनहानि नहीं होने से कंपनी प्रबंधन और प्रशासन ने राहत की सांस ली है। हालांकि आग से कंपनी को काफी नुकसान हुआ है और टैंकर पूरी तरह जलकर खाक हो गया है।
डेमोसा कंपनी में केमिकल से श्रमिक झुलसे
वलसाड. गुुंदलाव स्थित डेमोसा कंपनी में शनिवार रात केमिकल से नौ श्रमिक झुलस गए। जिन्हें करीब एक घंटे बाद अस्पताल पहुंचाया गया।
शनिवार को बॉयलर की स्टीम से केमिकल गर्म हो रहा था। इस दौरान कई श्रमिक खाना खाने बैठे थे। अचानक उनके ऊपर केमिकल गिरने लगा। इससे वहां बैठे नौ श्रमिक झुलस गए। इससे वहां भगदड़ मच गई। कंपनी के दूसरे कर्मचारियों ने प्रबंधन को सूचना दी तो वे काफी देर बाद आए। आने पर अस्पताल ले जाने के बजाय झुलसे श्रमिकों को पानी से नहलाकर केमिकल साफ किया। इसके बाद जब उनकी हालत बिगडऩे लगी तो उन्हें अस्पताल पहुंचाया और वहां से कंपनी के अधिकारी गायब हो गए। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस और दमकल की गाड़ी भी कंपनी पहुंची थी, लेकिन तब तक हालात सामान्य हो चुके थे। घटना में झुलसे श्रमिक जितेन्द्र के अनुसार खाना खाते समय अचानक केमिकल उसके ऊपर गिरने लगा और वह झुलस गया। उसने काफी देर बाद अस्पताल लाने का आरोप भी लगाया। एक अन्य श्रमिक अश्विन पटेल ने आरोप लगाया कि कंपनी में कई मशीनें खराब हैं और तापमान नापने का यंत्र भी खराब है। इससे यह हादसा हुआ है। उसने आरोप लगाया कि घटना के बाद भी कंपनी का कोई अधिकारी मौके पर नहीं आया था।
वलसाड. गुुंदलाव स्थित डेमोसा कंपनी में शनिवार रात केमिकल से नौ श्रमिक झुलस गए। जिन्हें करीब एक घंटे बाद अस्पताल पहुंचाया गया।
शनिवार को बॉयलर की स्टीम से केमिकल गर्म हो रहा था। इस दौरान कई श्रमिक खाना खाने बैठे थे। अचानक उनके ऊपर केमिकल गिरने लगा। इससे वहां बैठे नौ श्रमिक झुलस गए। इससे वहां भगदड़ मच गई। कंपनी के दूसरे कर्मचारियों ने प्रबंधन को सूचना दी तो वे काफी देर बाद आए। आने पर अस्पताल ले जाने के बजाय झुलसे श्रमिकों को पानी से नहलाकर केमिकल साफ किया। इसके बाद जब उनकी हालत बिगडऩे लगी तो उन्हें अस्पताल पहुंचाया और वहां से कंपनी के अधिकारी गायब हो गए। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस और दमकल की गाड़ी भी कंपनी पहुंची थी, लेकिन तब तक हालात सामान्य हो चुके थे। घटना में झुलसे श्रमिक जितेन्द्र के अनुसार खाना खाते समय अचानक केमिकल उसके ऊपर गिरने लगा और वह झुलस गया। उसने काफी देर बाद अस्पताल लाने का आरोप भी लगाया। एक अन्य श्रमिक अश्विन पटेल ने आरोप लगाया कि कंपनी में कई मशीनें खराब हैं और तापमान नापने का यंत्र भी खराब है। इससे यह हादसा हुआ है। उसने आरोप लगाया कि घटना के बाद भी कंपनी का कोई अधिकारी मौके पर नहीं आया था।