scriptम्हारा छेलभंवर का अलगोजा खेता मं बाजे रे… | Algeoja kheta me baje re of mahara chhelbhanwar | Patrika News

म्हारा छेलभंवर का अलगोजा खेता मं बाजे रे…

locationसूरतPublished: Mar 18, 2020 09:09:21 pm

Submitted by:

Dinesh Bhardwaj

गणगौर पर्व में समूह पूजा का दौर हुआ तेज, सोसायटी-अपार्टमेंट में खुले के बजाय घरों में आयोजन अधिक

म्हारा छेलभंवर का अलगोजा खेता मं बाजे रे...

म्हारा छेलभंवर का अलगोजा खेता मं बाजे रे…

सूरत. राजस्थान का परम्परागत लोकपर्व गणगौर अपने पूरे चरम पर पहुंच गया है। चैत्र कृष्ण दसमी तिथि को जहां प्रवासी राजस्थानी महिलाओं ने दस दिवसीय दशा माता के व्रत-पूजन की पूर्णाहुति के मौके पर बुधवार सुबह पूजा-आराधना कर कहानियां सुनी, वहीं दोपहर बाद बिंदोळा, शाम को गुड़ला सवारी और रात्रि में गीत गायन कार्यक्रम में भाग लिया। हालांकि सभी कार्यक्रमों के दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रति सतर्कता बरतते हुए उन्हें खुले प्रांगण के बजाय घर-फ्लेट में ही आयोजित किया जा रहा है। शहर के कई इलाकों में गणगौर पर्व की धूमधाम बनी हुई है और जगह-जगह विभिन्न आयोजनों का दौर जारी है। इसमें सामूहिक पूजा, बिंदोळे, गुड़ला सवारी आदि में तेजी आई है। इसमें सजी-संवरी महिलाएं व युवतियां एक सोसायटी से दूसरी सोसायटी में ईसर-गौर की प्रतिमा बिंदोळा कार्यक्रम के दौरान ले जाती देखी जाने लगी है और वहां बाद में गीत-नृत्य समेत कई आयोजन में भाग लिया।

निकालेंगे गणगौर की सवारी


चैत्र शुक्ल तृतीया के अवसर पर 27 मार्च को गणगौर की सवारी श्रीरामायण प्रचार मंडल, उधना की ओर से उधना क्षेत्र में निकाली जाएगी। मंडल के राजू भराडिय़ा ने बताया कि गणगौर की सवारी के 10वें आयोजन में शिव-पार्वती, राधाकृष्ण की झांकी, बैंड-बाजे, डीजे आदि के साथ शाम चार बजे आशानगर-1 से रवाना होगी। बाद में शोभायात्रा हरिनगर, अमृतनगर, रणछोडऩगर में भ्रमण कर श्रीलाभेश्वर महादेव मंदिर जाकर विसर्जित होगी।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो