भाजपा पार्षदों के बीच बढ़ता जा रहा विवाद
विजलपोर नपा के भाजपा पार्षदों के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। शहर अध्यक्ष द्वारा नपा में पार्टी फंड के नाम पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगने पर सामान्य सभा में 18 पार्षद गैरहाजिर रहे थे। इसमें से सिर्फ दो ने ही छुट्टी की सूचना दी थी। पार्षदों की अनुपस्थिति को गंभीरता से लेते हुए भाजपा अग्रणियों ने इन पार्षदों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। इसके तहत पार्षद लक्ष्मी टुंडिया की लारी बिना सूचना के ही उठा ली गई। इसका नाराज पार्षदों ने विरोध किया था। नपा कर्मचारी मोहन आहीर को पार्षद इंद्रजीत राजपूत और ज्योति राजभर ने फोन पर इसके लिए डांटा था। इसके बाद मोहन आहीर ने दोनों के खिलाफ धमकी देने की शिकायत कर दी। वहीं,भाजपा अध्यक्ष मुकेश कांगुडे पर एक और महिला पार्षद आशा ठाकुर के बेटे को नौकरी न करने देने की धमकी का आरोप लगा है। हालांकि इसका उन्होंने खंडन किया है।
विजलपोर नपा के भाजपा पार्षदों के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। शहर अध्यक्ष द्वारा नपा में पार्टी फंड के नाम पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगने पर सामान्य सभा में 18 पार्षद गैरहाजिर रहे थे। इसमें से सिर्फ दो ने ही छुट्टी की सूचना दी थी। पार्षदों की अनुपस्थिति को गंभीरता से लेते हुए भाजपा अग्रणियों ने इन पार्षदों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। इसके तहत पार्षद लक्ष्मी टुंडिया की लारी बिना सूचना के ही उठा ली गई। इसका नाराज पार्षदों ने विरोध किया था। नपा कर्मचारी मोहन आहीर को पार्षद इंद्रजीत राजपूत और ज्योति राजभर ने फोन पर इसके लिए डांटा था। इसके बाद मोहन आहीर ने दोनों के खिलाफ धमकी देने की शिकायत कर दी। वहीं,भाजपा अध्यक्ष मुकेश कांगुडे पर एक और महिला पार्षद आशा ठाकुर के बेटे को नौकरी न करने देने की धमकी का आरोप लगा है। हालांकि इसका उन्होंने खंडन किया है।
कांग्रेसी पार्षदों ने भी दिया साथ
मंगलवार सुबह पार्षद की लारी उठाने पर नाराजगी जताते हुए पार्षदों ने नपा पहुंचकर हंगामा किया। इसमें कांग्रेसी पार्षदों ने भी उनका साथ दिया। नपा अध्यक्ष जगदीश मोदी और सीओ से इसका विरोध किया गया। इसके बाद सीओ ने अन्यत्र रखने की शर्त पर वापस देने का आश्वासन दिया।
मंगलवार सुबह पार्षद की लारी उठाने पर नाराजगी जताते हुए पार्षदों ने नपा पहुंचकर हंगामा किया। इसमें कांग्रेसी पार्षदों ने भी उनका साथ दिया। नपा अध्यक्ष जगदीश मोदी और सीओ से इसका विरोध किया गया। इसके बाद सीओ ने अन्यत्र रखने की शर्त पर वापस देने का आश्वासन दिया।