हग मैक सॉफ्टवेयर से जुड़े अनाधिकृत दलालों का पता लगाने में सूरत रेलवे सुरक्षा बल के पसीने छूट रहे है। मुम्बई रेलवे सुरक्षा बल के आइजी एके सिंह की बनाई स्पेशल टीम के लोग हग मैक सॉफ्टवेयर से ओपनिंग तथा तत्काल टिकट बनाने वाले अनाधिकृत दलालों की तलाश में जहां-तहां छापे की कार्रवाई कर रहे है। रिमांड के दौरान अमित प्रजापति से रेलवे सुरक्षा बल को बहुत अधिक जानकारी नहीं मिल रही है। अमित के बताए मोबाइल नम्बर तथा एड्रेस के आधार पर इरफान पकड़ा गया जो अभी तीन दिन के रिमांड पर रेलवे सुरक्षा बल के हिरासत में है।
इरफान से पूछताछ के दौरान एक और साथी रिजवान की जानकारी मिली जो हग मैक सॉफ्टवेयर का सुपर सेलर तथा टेक्निकल खामियों को दूर करने में इरफान की मदद करता था। इरफान और रिजवान चचेरे भाई है। सूरत रेलवे सुरक्षा बल के निरीक्षक अनिलकुमार यादव और अपराध शाखा के कांस्टेबल मुकेश सिंह के साथ एक टीम बुधवार को कोसंबा में निगरानी पर थी और मोबाइल नम्बर से रेलवे सुरक्षा बल ने रिजवान का लोकेशन ट्रेस करते हुए मांगरोल कोसंबा जुना कुवा गांव चिश्तीनगर पहुंचकर बुधवार देर रात 2.35 बजे उसे गिरफ्तार कर लिया।
तडक़े रिजवान को सूरत लाने के बाद रेलवे एक्ट की धारा 143 के तहत के मामला दर्ज किया है। मुम्बई रेलवे सुरक्षा बल के डीएससी डॉ. श्रेयांस गुरुवार को सूरत में थे और उन्होंने भी तीनों आरोपियों से पूछताछ की है। हालांकि आइजी के निर्देश होने के कारण उन्होंने मीडिया को कोई जानकारी देने से इन्कार कर दिया।