दीपावली अवकाश के कारण उत्तरप्रदेश और बिहार जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ शुरू हो गई है। ताप्ती गंगा एक्सप्रेस के अलावा उधना से चलने वाली उधना-जयनगर अंत्योदय एक्सप्रेस में भी बड़ी संख्या में यात्री गांव जा रहे हैं। 15564 उधना-जयनगर अंत्योदय एक्सप्रेस प्रत्येक रविवार उधना से सुबह 9.45 बजे रवाना होती है। ट्रेन को रवाना करने से पहले पानी भरने के लिए इसकी रैक को सूरत भेजा जाता है। रविवार सुबह करीब छह बजे उधना-जयनगर एक्सप्रेस की रैक पानी भरने के लिए सूरत लाई गई। इसे प्लेटफॉर्म संख्या तीन और चार के बीच खाली लाइन पर खड़ा किया गया था।
ताप्ती गंगा एक्सप्रेस के कुछ यात्रियों को जब पता चला कि यह ट्रेन भी उधना से जयनगर तक जाएगी तो ट्रेन खाली देखकर वह उसमें सवार हो गए। ट्रेन में पानी भरने वाले कर्मचारियों ने इन यात्रियों को कोच में चढ़ते हुए देख लिया था। उनमें से चार-पांच जने यात्रियों से रुपए की उगाही करने पहुंच गए। पानी भरने वाले कर्मचारियों ने यात्रियों को ट्रेन से उतारने की धमकी देकर सीट के लिए रुपए मांगे। इसकी जानकारी किसी ने रेलवे पुलिस को दे दी। रेलवे पुलिस के जवान कोच पर पहुंचे और पानी भरने वाले तीन कर्मचारियों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया, जबकि दो-तीन जने फरार हो गए।
पकड़े गए तीन जनों के नाम सत्य विजय तिवारी, राजकुमार सिंह और सतीष राम बहादुर हैं। उनके पास यात्रियों से वसूले गए 2200 रुपए भी बरामद हुए। रेलवे पुलिस ने तीनों आरोपियों तथा राशि को रेलवे सुरक्षा बल को सौंप दिया। रेलवे सुरक्षा बल ने तीनों के खिलाफ सीट रोकने का मामला दर्ज किया है। उल्लेखनीय है कि ट्रेनों में पानी भरने तथा गार्ड-ड्राइवर की पेटी उठाने का कार्य ठेके पर दे दिया गया है। ठेकेदार के कर्मचारी स्टेशन परिसर में यात्रियों से रुपए कमाने की जुगाड़ में रहते हैं। इस मामले में अब तक ठेकेदार के खिलाफ कानूनी या विभागीय कार्रवाई नहीं होना रेल अधिकारियों की लापरवाही दर्शाता है।
प्लेटफॉर्म पर आते ही चढ़ जाते हैं यात्री सूत्रों ने बताया कि उधना स्टेशन से उधना-जयनगर अंत्योदय एक्सप्रेस को सूरत लाने के बाद सीधे यार्ड में भेज दिया जाता है। कोच में पानी भरने का काम यार्ड में ही पूरा करने के निर्देश है। कई बार यार्ड में जगह नहीं होने पर सूरत स्टेशन पर खाली लाइन पर ट्रेन को खड़ा कर पानी भरा जाता है। यार्ड से ट्रेन को निकालने के बाद उधना भेजने से पहले भी कुछ देर प्लेटफॉर्म के पास खाली लाइन पर खड़ा किया जाता है। इसी दौरान ताप्ती गंगा एक्सप्रेस के यात्री इस ट्रेन में सवार हो जाते हंै।
महिलाओं और दिव्यांगों के लिए कोच नहीं उधना-जयनगर अंत्योदय एक्सप्रेस और बान्द्रा-गोरखपुर अंत्योदय एक्सप्रेस सूरत समेत दक्षिण गुजरात में रहने वाले उत्तरप्रदेश और बिहार निवासियों के लिए शुरू की गई हंै। इन ट्रेनों में सभी कोच अनारक्षित हंै। यात्री करंट टिकट लेकर किसी भी कोच में सफर कर सकता है। महिलाओं और दिव्यांग यात्रियों के लिए दोनों ट्रेनों में अलग से कोई डिब्बा नहीं है। सूरत से मुम्बई तथा अहमदाबाद के बीच चलने वाली सभी ट्रेनों में महिलाओं तथा दिव्यांग यात्रियों के लिए अलग से कोच की व्यवस्था है, लेकिन अंत्योदय एक्सप्रेस में महिलाएं तथा दिव्यांग जनरल कोच में दूसरे यात्रियों के साथ सफर करने के लिए मजबूर हैं।