चार साल पुराने मामले सेशन कोर्ट ने शुक्रवार को आरोपी हर्षसहाय गुर्जर और उसके साथी हरिओम गुर्जर को दोषी करार देते हुए सजा पर फैसला सुरक्षित रख लिया था। शनिवार सुबह दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। इसके बाद सजा पर दलीलें शुरू हुई। बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने दलीलें पेश करते हुए कहा कि आरोपी की उम्र कम है और पत्नी और बच्चे तथा मां की जिम्मेदारी उनके सिर पर हैं, ऐसे में आरोपियों के प्रति दया दिखाकर कम से कम सजा सुनाई जाए। वहीं, अभियोजन पक्ष की ओर से विशेष लोकअभियोजक पी. एन.परमार ने अपनी दलीलों में कहा कि मां - बेटी आरोपी के आश्रित थी। इसके बावजूद बच्ची के सामने उसकी मां की हत्या कर दी और बाद में दस दिनों तक बच्ची पर यौन अत्याचार करने के साथ उसे इतना प्रताड़ित किया की उसकी आंखों के आंसू तक सुख गए और उसने दम तोड दिया। आरोपियों का कृत्य हैवनियतभरा है ऐसे में कड़ी से कड़ी सजा सुनानी चाहिए। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने 7 मार्च तक अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। गौरतलब है कि पांडेसरा के सांई फकीरा क्रिकेट ग्राउंड के पास 6 अप्रैल, 2018 को झाडिय़ों से एक 11 साल की बच्ची का शव बरामद हुआ था। बच्ची से बलात्कार के बाद उसकी हत्या करने का खुलासा हुआ था। उसी दिन सचिन मगदल्ला हाइवे रोड पर एक महिला का शव पांडेसरा पुलिस को बरामद हुआ था। महिला की भी किसी ने हत्या की होने का खुलासा हुआ था। दोनों ही मामलों को लेकर पुलिस ने अलग-अलग मामले दर्ज कर जांच शुरू की थी। दोनों ही मामलें एक-दूसरे से जुड़े होने की आशंका पर पुलिस ने शवों का डीएनए करवाया तो उनका डीएनए मैच हो गया और मृतक रिश्ते में मां-बेटी होने का खुलासा हुआ। इसके बाद आरोपियों तक पहुंचना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी। आखिरकार पुलिस आरोपियों तक पहुंचने में कामियाब हुई थी। पुलिस के मुताबिक आरोपी हर्षसहाय गुर्जर मां-बेटी को राजस्थान से भगा कर लाया था। पहले उसने दोनों को परवत पाटिया क्षेत्र में रखा था। बाद में कामरेज क्षेत्र में एक निर्माणाधिन इमारत के फ्लैट में उन्हें रखा। उसके बाद उसने महिला की बेरहमी से पिटाई की तो बच्ची रोते हुए बहार निकली और अन्य लोगों बताया। इसके बाद हर्षसहाय मां-बेटी को कार में बैठाकर वहां से रवाना हुआ और बीच रास्ते में उसने कार में ही महिला की हत्या कर दी और शव हाइवे किनारे फेंक दिया था। इसके बाद बच्ची को दस दिन तक उसने अपने साथ रखा और उसके साथ भी बेरहमी से मारपीट की और यौन अत्याचार भी किया। प्रताडऩा से बच्ची की मौत हो गई तो उसका शव भी पांडेसरा क्षेत्र में झाडिय़ों में फेंककर फरार हो गया था।