कामरेज क्षेत्र के गैरेज संचालक इरशाद और असलम पुरानी बसों की ओर से नंबर, चेसिस तथा इंजन नंबर अन्य बसों में लगाकर सरकार को टैक्स का चूना लगाने की शिकायत सरथाणा पुलिस निरीक्षक एन.डी.चौधरी को मिलने के बाद उन्होंने एक बस जब्त कर इरशाद और असलम को हिरासत में ले लिया था। दोनों को अवैध तरीके से लॉक-अप में रख कर उनसे एक करोड़ रुपए की मांग की और बाद में साढ़े तीस लाख रुपए देकर मामला रफा-दफा करना तय हुआ। रुपए मिलने के बाद दोनों को कानूनी कार्रवाई किए बिना छोड़ दिया गया। मामला आला अधिकारियों तक पहुंचने के बाद सहायक पुलिस आयुक्त को इसकी जांच सौंपी गई थी। जांच के बाद 5 अप्रेल को पुलिस ने सरथाणा थाना निरीक्षक एन.डी.चौधरी, उप पुलिस निरीक्षक एम.एम.गोहिल तथा दो पुलिसकर्मियों गोपाल डाह्या तथा भगु रघु भडिय़ादरा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। मामले की जांच भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों को सौंपी गई है। मामला दर्ज होने के डेढ़ महीने बाद भी चारों में से एक भी अभियुक्त को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है। मंगलवार को अभियुक्त कॉन्स्टेबल भगु भडिय़ादरा ने कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की।