जानकारी के अनुसार एटीएस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि सूरत के राणीतलाव इलाके के भारबंद वाड में रहने वाला फैजल मोहम्मद चांदीवाला (26) जाली नोटों का अवैध कारोबार करता है। सूचना की तस्दीक कर रविवार तडक़े एटीएस की टीम सूरत पहुंची और स्थानीय एसओजी को साथ लेकर ज्वैलरी का कारोबार करने वाले फैजल के मेमण जमातखाना के सामने स्थित मकान पर छापा मारा। पुलिस की टीमों ने पूरे मकान की तलाशी ली लेकिन पुलिस को जाली नोट नहीं मिले।
बल्कि पुलिस को उनके मकान से 80 नंग पुराने बंद हो चुके नोट मिले। जिनमें से 57 पांच सौ तथा 23 एक हजार की दर के थे। पुलिस को मकान से 68 गत्ते के कागज से बनाए गए बंडल भी मिले। जिन्हें नोटों के आकार में काटा गया था। इसके अलावा 13 नोट रखने में इस्तेमाल किए जाने वाले कार्टून (बॉक्स) मिले। उपर्युक्त सामग्री जब्त कर पुलिस ने फैजल को हिरासत में ले लिया तथा उसके खिलाफ लालगेट पुलिस थाने में मामला दर्ज किया।
प्राथमिक पूछताछ में फैजल ने पुलिस को बताया कि उसके पास कोई जाली नोट नहीं है। उसे सोशल मीडिया पर वीडियो बनाने का शौक था। इसलिए वह नोटों के आकार में में कटी गत्ते की गड्डियों पर एक-एक नोट रखता था। ताकी देखने में पुरी गड्डी लगे। फिर वीडियो बनाता था। वहीं पुराने नोटों के बारे में उसने बताया कि वह उसके खुद के ही है और नोट बंदी के पहले से ही उसके पास है।
नोट बंदी के समय वह बदलवा नहीं पाया था। हालांकि पुलिस जाली नोटों की आशंका के चलते फैजल से पूछताछ में जुटी है। वहीं एक चर्चा यह भी हैं कि एटीएस की टीम तो राणी तलाव क्षेत्र में पहुंच गई थी। लेकिन एसओजी की टीम को पहुंचने में कुछ देरी हुई। इस बीच आरोपियों को भनक लगने पर उन्होंने जाली नोटों को ठिकाने लगा दिया।