जानकारी के अनुसार भेस्तान सुमन शांति आवास निवासी मुशर्रफ रशीद (33) को डीसीपी ट्रैफिक ऑफिस से फोन आया। उसे बताया गया कि उसने २०१४ से २०१९ के दौरान २५७ बार यातायात नियमों का उलंघन किया है तथा उसके पते पर ७६ हजार रुपए के २५७ ई-मेमो भेजे गए हैं। जिनकी भरपाई उसने नहीं की है। यदि उसने भरपाई नहीं की तो उसकी ऑटो रिक्शा जब्त की जाएगी।
यह सुनते ही मुशर्रफ के पैरो तले से जमीन खिसक गई। इतनी बड़ी राशि का कोई इंतजाम नहीं होने के कारण वह अपनी पत्नी व चार संतानों को लेकर डीसीपी (ट्रैफिक) के कार्यालय पर पहुंच गया। उसने दावा किया कि उसे कभी ई-चालान नहीं मिले। मिले होते तो वह राशि जमा कर देता और सतर्क रहता, लेकिन पुलिस ने उसे उसके नाम स्पीड पोस्ट से भेजे गए चालानों व यातायात नियमों के उलंघन से फोटोग्राफ्स दिखा दिए। उसे चालान की राशि जमा करवाने के लिए कहा। राशि जमा नहीं करने पर कानूनी कार्रवाई की बात कही। साथ ही पुलिस ने उसकी आर्थिक व पारिवारिक स्थिति को देखते हुए उसे किश्तों में चालान की भरपाई करने की सहूलियत दी है। इसके अलावा उसकी रोजीरोटी प्रभावित नहीं हो इसके लिए ऑटो रिक्शा भी जब्त नहीं की है।
सहूलियत दी है
उसने जिस पते पर वाहन का रजिस्ट्रेशन करवाया था। उस पर ई-चालान भेजने के प्रमाण उसे बताए गए हंै। कानून तोड़ा है तो सजा तो होगी ही। फिर भी मानवीय आधार पर उसे कुछ सहूलियत दी गई है।
– प्रशांत ए. शुंबे (डीसीपी, ट्रैफिक)
उसने जिस पते पर वाहन का रजिस्ट्रेशन करवाया था। उस पर ई-चालान भेजने के प्रमाण उसे बताए गए हंै। कानून तोड़ा है तो सजा तो होगी ही। फिर भी मानवीय आधार पर उसे कुछ सहूलियत दी गई है।
– प्रशांत ए. शुंबे (डीसीपी, ट्रैफिक)
चालान नहीं भरने वालों पर सख्ती :
जिन वाहन चालकों के खिलाफ १०० से अधिक ई-चालान जारी हो चुके है तथा उनकी भरपाई नहीं की गई है। उनसे जुर्माने की राशि वसूलने के लिए पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। बताया जाता है कि शहर में ऐसे करीब १७०० वाहन चालक है।जिनके नाम १०० से अधिक ई-चालान जारी हो चुके है, लेकिन उन्होंने उसकी भरपाई नहीं की है।
जिन वाहन चालकों के खिलाफ १०० से अधिक ई-चालान जारी हो चुके है तथा उनकी भरपाई नहीं की गई है। उनसे जुर्माने की राशि वसूलने के लिए पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। बताया जाता है कि शहर में ऐसे करीब १७०० वाहन चालक है।जिनके नाम १०० से अधिक ई-चालान जारी हो चुके है, लेकिन उन्होंने उसकी भरपाई नहीं की है।