एसटी बस स्टेण्ड पर दो कतारों में ऑटो के ठहराव की व्यवस्था की गई है। कलक्टर के आदेश के बाद नगर परिषद के अधिकारियों ने बस स्टेण्ड का दौरा किया और शहीद चौक पर ऑटो चालको को खड़े होने से मना कर दिया है। शहर की मुख्य सडक़ों पर ऑटो रिक्शा के स्टैंड समाप्त कर दिए हैं। मुख्य सड़क पर ऑटो रिक्शा पार्किंग को अब अवैध माना जाएगा। शहर में एसटी बस स्टेण्ड यात्रियों का केन्द्र स्थल है।
ऑटो चालक नाराज
शहीद चौक से ऑटो के ठहराव में स्थानांतरण किए जाने से ऑटो चालक नाराज हैं। समूह में ऑटो चालको ने नगर परिषद के अधिकारियों को अपनी व्यथा बताई। ऑटो चालक हरिशंकर यादव, मनोज पाटिल, सुरेन्द्र दास का कहना है कि नरोली और भिलाड़ की ओर जाने वाले यात्री बस स्टेण्ड पर मिलना मुश्किल हैं। शहर में यात्री अपने अपने ठिाकनों के सामने नजदीक के रोड पर ऑटो में यात्रा करना चाहते हैं। अधिकारियों के इस इस फैसले से उनके धंधे पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। नरोली और भिलाड़ के लिए प्रतिदिन करीब 200 ऑटो चलते हैं।
मानसून में जलभराव
एसटी बस स्टेण्ड पर जल निकास की व्यवस्था नहीं है, और अभी तक नवनिर्माण भी नहीं शुरू नहीं हुआ है। मानसून में पूरा परिसर तालाब बन जाता है। बस स्टेण्ड निर्माण का जिम्मा स्मार्ट सिटी ने लिया है, लेकिन उसमें देरी हो रही है। ानसून में जलभराव को लेकर भी ऑटो चालक यहां ठहराव करना नहीं चाहते हैं।