पुलिस सूत्रों के मुताबिक, व्यापारी मथुरा प्रसाद भगवान प्रसाद जयसवाल के साथ ऑनलाइन ठगी हुई। ठग ने 2 अगस्त को उन्हें फोन कर उनका क्रेडिट कार्ड बदलने का झांसा दिया। अधिक क्रेडिट का कार्ड उपलब्ध करवाने के बहाने उन्हें क्विक सर्पोट एप डाउनलोड करवाई।
उस एप के जरिए उनका मोबाइल फोन हेक कर लिया और उनके खाते से एक लाख 36 हजार 800 रुपए ई-वॉलेट में ट्रांसफर कर दिए। इस बारे में मथुरा प्रसाद को पता चलने पर उन्होंने तुरंत इस बारे में 100 नम्बर पर फोन किया और साइबर क्राइम पोर्टल पर ऑनलाइन फॉर्म भर कर शिकायत दर्ज करवाई।
शिकायत मिलने पर सूरत साइबर क्राइम पुलिस सक्रिय हो गई। मथुरा प्रसाद के खाते से रुपए ई-वॉलेट में ट्रांसफर किए गए थे। पुलिस ने संबंधित ई-वॉलेट कंपनी से संपर्क कर वॉलेट फ्रीज करवा दिया। फिर बैंक की प्रोसेस के बाद उस ई-वॉलेट से 8 अगस्त को रुपए वापस मथुरादास के खाते में आ गए। हालांकि 1800 रुपए विभिन्न सर्विस चार्ज के रूप में कट गए।
24 घण्टे के भीतर मदद लें :
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उल्लेखनीय है कि देश और दुनिया में कोरोना के चलते साइबर ठग बड़े पैमाने पर सक्रिय है। वे एटीएम ब्लॉक, क्रेडिट कार्ड, केवाइसी, नौकरी, लॉटरी, ऑनलाइन शॉपिंग आदि नित नए तरिकों से बैंककर्मी या संबंधित कंपनी के कर्मचारी के रूप में पहचान देकर आपको को जाल में फंसाने का प्रयास करते हैं। सतर्क रह कर आप इनसे बच सकते हैं। यदि धोखाधड़ी हो तो 24 घंटे के भीतर 100 नम्बर पर पुलिस को खबर करे।