चाइल्ड पोर्नोग्राफी के वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड करने की हरकतों पर इंटरपोल की ओर से नजर रखी जाती है। इंटरपोल ने सीआइडी क्राइम गुजरात के पुलिस महानिदेशक आशीष भाटिया को सूचना दी थी कि सूरत से एक युवक ब्रेकर और टीन्स नाम के दो अंतरराष्ट्रीय ग्रुप में चाइल्ड पोर्नोग्राफी के वीडियो अपलोड कर रहा है। सीआइडी क्राइम की सूरत यूनिट ने कार्रवाई करते हुए गुरुवार को मोहम्मद अनस मोहम्मद यूनिस फैंसी (29) को गिरफ्तार कर लिया था। शुक्रवार को उसे कोर्ट में पेश कर तीन दिन का रिमांड मंजूर करने की मांग की गई। जांच अधिकारी की ओर से दलीलें पेश की गईं कि अभियुक्त ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी वीडियो जिस मोबाइल फोन से वाट्सऐप ग्रुप में भेजे थे, वह मोबाइल जब्त कर जांच करनी है। इससे पहले उसने कितने वीडियो अपलोड किए है और इस काम में कोई अन्य लिप्त है या नहीं, इसकी जांच के लिए पुलिस हिरासत जरूरी है। बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता जमीर शेख ने कहा कि जो वीडियो अपलोड किए गए हैं, वह इंडियन नहीं हैं और अभियुक्त ने खुद नहीं बनाए हैं। एक ग्रुप से आने पर फॉरवर्ड किए गए हैं। पुलिस तीन महीने से इसकी जांच कर रही थी और मोबाइल के डाटा सर्वर से भी हासिल किए जा सकते हैं। ऐसे में अभियुक्त की पुलिस हिरासत जरूरी नहीं है। कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद रिमांड याचिका नामंजूर कर दी। इसके बाद अधिवक्ता शेख के जरिए अभियुक्त ने जमानत याचिका पेश की, जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया।
ठेका दिलाने के बहाने साढ़े तीन लाख ठगे
सूरत. मोबाइल कंपनियों का डाटा एंट्री का काम ठेके पर दिलाने का झांसा देकर दो जनों ने एक महिला से ३.५० लाख रुपए ठग लिए। पुलिस के मुताबिक अश्वनी कुमार रोड पर रूपाली सोसायटी निवासी अल्पेश गांगाणी और भुनेश ठाकुर ने सीमाड़ा गाम प्रमुख दर्शन सोसायटी निवासी कोमल निकुल चलोडिया के साथ धोखाधड़ी की। उन्होंने २ सितम्बर, २०१७ को कोमल को बीएसएनएल और आइडिया का डाटा एंट्री का ठेका दिलाने के बहाने ३ लाख ५० हजार रुपए ले लिए, लेकिन उसे डाटा एंट्री का काम नहीं दिलवाया।
सूरत. मोबाइल कंपनियों का डाटा एंट्री का काम ठेके पर दिलाने का झांसा देकर दो जनों ने एक महिला से ३.५० लाख रुपए ठग लिए। पुलिस के मुताबिक अश्वनी कुमार रोड पर रूपाली सोसायटी निवासी अल्पेश गांगाणी और भुनेश ठाकुर ने सीमाड़ा गाम प्रमुख दर्शन सोसायटी निवासी कोमल निकुल चलोडिया के साथ धोखाधड़ी की। उन्होंने २ सितम्बर, २०१७ को कोमल को बीएसएनएल और आइडिया का डाटा एंट्री का ठेका दिलाने के बहाने ३ लाख ५० हजार रुपए ले लिए, लेकिन उसे डाटा एंट्री का काम नहीं दिलवाया।