होली पर गांव जाने की ललक के साथ महाजन छूटी दे म्हारी गोरी को परवानो आयो रे जैसे गीतों से परदेश में नौकरी की मजबूरी और घर जाने की आतुरता को बयां किया। बंसरी की धुन पर चंगो पर होली धमाल का भी श्रोताओं ने जी भर कर आनंद लिया। कार्यक्रम का समापन कवि कन्हैया लाल सेठिया की कालजयी रचना धरती धौरा री, आतो सुरगा नै शरमाव ई देव रमण नै आव के साथ हुआ। इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ मंडल के प्रमुख माधव चौधरी व पदाधिकारियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस मौके पर चौधरी ने सभी को होली के पर्व पर शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम का संचालन सचिव दिनेश दायमा ने किया।
कारे न कर दियो लाल, जुलम कर डार्यो… सूरत. श्रीश्याम अखण्ड ज्योत सेवा समिति महिला इकाई की ओर से होली के उपलक्ष में श्रीश्याम संग बरसे फूलों की होली महोत्सव का आयोजन न्यू सिटीलाइट के श्रीमेहंदीपुर बालाजी मंदिर प्रांगण में शुक्रवार शाम किया गया। इकाई अध्यक्ष अंजू लील्हा ने बताया कि महोत्सव की शुरुआत शाम सवा पांच बजे बाबा श्याम के श्रृंगारित दरबार के समक्ष अखंड ज्योत प्रज्ज्वलन के बाद आयोजित भजन संध्या में स्थानीय कलाकार पवन मुरारका ओर राकेश अग्रवाल ने तुम झोली भर लो भक्तों रंग…, मंदिर से निकल आ सांवरिया, फागण को रंग तोहे चढ़ जायेगा…आदि की प्रस्तुति दी गई। इस मौके पर भगवान राधा-कृष्ण की जीवंत झांकी सजाकर गरबा रास व गुलाब के फूलों से होली खेली गई। इस अवसर पर सचिव उमा सुल्तानिया, कोषाध्यक्ष सरोज तोदी समेत अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थी।