ट्रेन संख्या 19041 बांद्रा टर्मिनस-गाजीपुर सिटी एक्सप्रेस ट्रेन प्रत्येक शुक्रवार एवं रविवार को बांद्रा टर्मिनस से 23.25 बजे रवाना होकर रविवार एवं मंगलवार को 10.30 बजे गाज़ीपुर सिटी पहुंचेगी। इसी प्रकार वापसी यात्रा में ट्रेन संख्या 19042 गाजीपुर सिटी-बांद्रा टर्मिनस एक्सप्रेस ट्रेन प्रत्येक रविवार एवं मंगलवार को गाजीपुर सिटी से 19.05 बजे रवाना होकर क्रमश: मंगलवार एवं गुरुवार को 07.50 बजे बांद्रा टर्मिनस पहुंचेगी।
यात्रा के दौरान यह ट्रेन दोनों दिशाओं में बोरीवली, वापी, वलसाड, सूरत, भरूच, वडोदरा, रतलाम, शामगढ़, रामगंज मंडी, कोटा, सवाई माधोपुर, गंगापुर सिटी, श्री महावीरजी, हिंडौन सिटी,बयाना जं., आगरा कैंट, शमशाबाद टाउन, इटावा, कानपुर सेंट्रल, इलाहाबाद जं., जंघई जं., मरियाहु, जौनपुर जं., डोभी तथा औनरिहारजं., स्टेशनों पर ठहरेगी। इस ट्रेन में एसी 2 टियर, एसी 3 टियर, शयनयान, द्वितीय श्रेणी के सामान्य डिब्बे तथा पेंट्रीकार डिब्बे होंगे। ट्रेन सं. 19042 की बुकिंग सभी यात्री आरक्षण केन्द्रों तथा आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर 13 अगस्त से प्रारम्भ होगी।
रेल नहीं मिली तो अब पीआईएल करेगी संघर्ष समिति
उत्तर भारतीय रेल संघर्ष समिति के नेताओं ने इन बातों को गलत ठहराया है जिसमें कहा गया है कि उत्तर भारत की ओर जाने वाली ट्रेनों में साल के कुछ महीने में पैसेंजर नहीं मिलते हैं। उन्होंने इसे उत्तर भारतीय यात्रियों के साथ मजाक बताते हुए कहा कि ऐसा कहने वाले लोग इस ओर जाने वाली ट्रेनों की पहले वेटिंग लिस्ट देखे।
पत्रकार वार्ता में संघर्ष समिति के नेताओं ने बताया कि रविवार को मानदरवाजा से रेलवे स्टेशन तक रैली निकलने वाली है। उत्तर भारत की ओर जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों की संख्या के कारण लोगों की परेशानी का अंदाज इसी से लगाया जा सकता है, इससे यात्रियों की मौत तक हुई है। अब वह डेली ट्रेन की मांगपर पीआईएल की तैयारी कर
रहे हैं।
संघर्ष समिति के नेताओं ने उत्तर प्रदेश के लिए हमसफर और अंत्योदय की घोषणा को उन्होंने सूरत में बसे उत्तर भारतीय लोगों के साथ छलावा बताया। उन्होंने कहा कि यह दोनों ट्रेनें बांद्रा से शुरू की गई है। यानी इनमें बांद्रा से लोग सवार होना शुरू हो जाएंगे तो यह दीगर होगा कि सूरत आते-आते इसकी स्थिति क्या होगी। यानी सूरत के लोगों को
सवार होने के लिए कितनी जगह बचती है।