अगले दिन उसके मोबाइल पर एक कॉल आया। फोन करने वाले ने अपनी पहचान कंपनी की मुंबई बांद्रा हेड ऑफिस के प्रंबधक धर्मेन्द्र सिंह के रूप में दी। लोन का सेंक्शन लेटर वाट्सएप पर भेजा और फिर लोन प्रोसेस की बात कही। प्रोसेस के लिए एग्रीमेंट, बीमा, जीएसटी, सीएसटी और रिफंड शुल्क मिला कर 3.75 लाख रुपए का भुगातन करवाया।
कुछ समय बाद उसने फिर इतने ही रुपए का भुगतान करने के लिए कहा तो अनिस को संदेह हुआ। उसने अपने रुपए वापस मांगे तो रिफंड प्रोसेस के बहाने एक अन्य व्यक्ति ने शेष रुपए ऐंठ लिए। उसे कोई रिफंड नहीं मिला। साइबर ठगी का शिकार होने का एहसास होने पर अनिस ने थाने में लिखित शिकायत दी।
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बीमा पॉलिसी के रुपए दिलवाने का झांसा देकर महिला से 7.16 लाख की ठगी
सूरत. बीमा पॉलिसी में जमा की गई राशि वापस दिलवाने का झांसा देकर एक महिला लालगेट क्षेत्र की एक महिला के साथ 7.16 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस के मुताबिक रोहित शर्मा, शिखा मल्होत्रा, राजीव मित्तल, राजीव सक्सैना, महेश सक्सैना, निजामुद्दीन, निधी अग्रवाल, गौरव शर्मा, मुख्तियार अंसारी व ईमरान पेटल ने मिल कर अफरा पैलेस वरीयावी बाजार निवासी नसीम पत्नी युसुफ रंगरेज के साथ ठगी की।
आरोपियों ने जनवरी 2011 में नसीम को मोबाइल पर कॉल किया और अपनी पहचान रिलांयस इंश्योरंस कंपनी के कर्मचारी के रूप में दी। फिर उन्होंने नसीम को उसका मोबाइल नम्बर लकी ड्रॉ में निकलने की बात बताई और कंपनी की 15-15 हजार की दो पॉलिसी के बारे में बताया। इनकी मियाद पूरी होने पर उसे तीस लाख रुपए मिलने की बात कही गई।
उनकी लुभावनी बातों में आकर नसीम ने उन्हें 30 हजार रुपए दे दिए। इसके बाद भी पॉलिस के कागज नहीं मिले। फिर अलग-अलग नम्बर से फोन कर पॉलिसी के रुपए वापस दिलवाने का झांसा देकर और रुपए मांगते गए। इस तरह टुकड़ों-टुकड़ों में उन्होंने नसीम से कुल 7.16 लाख रुपए ऐंठ लिए। आखिरकार नसीम ने लालगेट पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई।
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सरथाणा के प्रौढ के खाते से 72 हजार रुपए पार
सूरत. साइबर ठगों ने सरथाणा के प्रौढ का सेविंग अकाउन्ट हेक कर युपीआई व पेटीएम के जरिए उसके खाते से 72 हजार 760 रुपए का पार कर दिए। पुलिस के मुताबिक सरथाणा भगवान नगर सोसायटी निवासी बाधुभाई शंभूभाई मोवलिया का कोटक महिन्द्रा बैंक की सरथाणा जकातनाका ब्रांच में सेविंग अकाउंट है। गत 28 जनवरी से एक मार्च के दौरान किसी ने उनका अकाउंट किसी तरह से हैक कर लिया और फिर 24 अलग-अलग ट्रांजेक्शन कर उनके खाते से यूपीआई और पेटीएम के जरिए रुफए निकाल लिए। इस बारे में पता चलने पर बाधुभाई ने प्राथमिकी दर्ज करवाई।
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