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सूरत

हालात बिगड़े तो बैंकों ने दिया लघु उद्योगों को सहारा

कोरोना के बीच पहली तिमाही में सबसे ज्यादा ऋण एमएसएमइ सेक्टर को बांटे गए, कृषि दूसरे स्थान पर रहा, पहली तिमाही में ही बैंकों ने ऋण वितरण में 20 फीसदी से ज्यादा का लक्ष्य हासिल किया

सूरतOct 24, 2020 / 01:59 pm

विनीत शर्मा

msme loan

हालात बिगड़े तो बैंकों ने दिया लघु उद्योगों को सहारा

विनीत शर्मा/संदीप पाटिल

सूरत. कोरोना संक्रमण ने जिस अर्थतंत्र को पंगु बना दिया था, बैंकों ने उसे फिर सक्रिय करने की दिशा में बड़ा काम किया है। पहली तिमाही में बैंक शाखाएं एमएसएमइ सेक्टर को लोन देने में पीछे नहीं रही हैं। कुल बांटे गए लोन में एमएसएमइ का हिस्सा सबसे बड़ा है। उसके बाद कृषि क्षेत्र में लोन बांटे गए।
कोरोनाकाल में लॉकडाउन और उसके बाद सूरत समेत देशभर में अर्थव्यवस्था मंदी की चपेट में आई है। इस मंदी से उबरने के लिए एमएसएमइ को मदद पहुंचाना सरकार की पहली प्राथमिकता थी। अनलॉक-1.0 के बाद से ही बैंकों ने एमएसएमइ सेक्टर को मदद देने के लिए लोन बांटने शुरू कर दिए थे। पहली तिमाही में 30 जून तक सूरत जिले में प्रायोरिटी सेक्टर को ४८३७.९७ करोड़ रुपए के लोन दिए गए। इसमें सबसे बड़ा हिस्सा 3472 करोड़ रुपया अकेले एमएसएमइ सेक्टर को दिया गया। इसके बाद बैंकों ने कृषि क्षेत्र में 977.55 करोड़ रुपए का ऋण वितरण किया।

हाउसिंग को भी किया प्रमोट

एमएसएमइ और कृषि के बाद हाउसिंग प्रायोरिटी सेक्टर का तीसरा अहम घटक है। सूरत जिले में हाउसिंग सेक्टर को प्रमोट करने में भी बैंक पीछे नहीं रहे हैं। अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए पहली तिमाही में हाउसिंग को 233 करोड़ रुपए दिए गए हैं। कोरोनाकाल में स्कूल-कॉलेज बंद होने के कारण शिक्षा लोन लेने के लिए कम लोग ही सामने आए। इस क्षेत्र में 7.19 करोड़ रुपए के लोन दिए गए हैं। इसके अलावा प्रायोरिटी सेक्टर के अन्य घटकों को 148.23 करोड़ रुपए के ऋण दिए गए।

पहली तिमाही में 23 फीसदी हासिल

वित्त वर्ष 2020-21 के लिए सूरत जिले की बैंकों को 20792 करोड़ रुपए के ऋण वितरण का लक्ष्य दिया गया है। कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के बावजूद बैंकों ने 23 फीसदी लक्ष्य हासिल कर लिया है। बैंक सूत्रों के मुताबिक सितंबर में पूरी हुई दूसरी तिमाही के परिणाम अभी आने शेष हैं। दूसरी तिमाही में यह आंकड़ा और बेहतर होने की उम्मीद है।

जिलेभर में 908 शाखाएं

स्टेट बैंक समूह और राष्ट्रीयकृत बैंकों, निजी व अन्य बैंकों की जिलेभर में कुल 908 बैंक शाखाएं हैं। इनमें 11 राष्ट्रीयकृत बैंकों की 375 शाखाएं, स्टेट बैंक समूह की 93 शाखाएं, निजी बैंकों की 279 शाखाएं, सूरत डिस्ट्रिक्ट को-ऑपरेटिव बैंक और गुजरात स्टेट एग्रीकल्चर बैंक की 97, स्माल फाइनेंस बैंकों की 32 व ग्रामीण बैंकों की 32 बैंक शाखाएं हैं।
प्रायोरिटी सेक्टर में इस तरह बंटे ऋण

सेक्टर ऋण राशि (करोड़ में)

एमएसएमइ 3472
एग्रीकल्चर 977.55
हाउसिंग 233
एज्युकेशन 7.19
अन्य 148.23
कुल 4837.97

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