हाउसिंग को भी किया प्रमोट
एमएसएमइ और कृषि के बाद हाउसिंग प्रायोरिटी सेक्टर का तीसरा अहम घटक है। सूरत जिले में हाउसिंग सेक्टर को प्रमोट करने में भी बैंक पीछे नहीं रहे हैं। अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए पहली तिमाही में हाउसिंग को 233 करोड़ रुपए दिए गए हैं। कोरोनाकाल में स्कूल-कॉलेज बंद होने के कारण शिक्षा लोन लेने के लिए कम लोग ही सामने आए। इस क्षेत्र में 7.19 करोड़ रुपए के लोन दिए गए हैं। इसके अलावा प्रायोरिटी सेक्टर के अन्य घटकों को 148.23 करोड़ रुपए के ऋण दिए गए।पहली तिमाही में 23 फीसदी हासिल
वित्त वर्ष 2020-21 के लिए सूरत जिले की बैंकों को 20792 करोड़ रुपए के ऋण वितरण का लक्ष्य दिया गया है। कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के बावजूद बैंकों ने 23 फीसदी लक्ष्य हासिल कर लिया है। बैंक सूत्रों के मुताबिक सितंबर में पूरी हुई दूसरी तिमाही के परिणाम अभी आने शेष हैं। दूसरी तिमाही में यह आंकड़ा और बेहतर होने की उम्मीद है।जिलेभर में 908 शाखाएं
स्टेट बैंक समूह और राष्ट्रीयकृत बैंकों, निजी व अन्य बैंकों की जिलेभर में कुल 908 बैंक शाखाएं हैं। इनमें 11 राष्ट्रीयकृत बैंकों की 375 शाखाएं, स्टेट बैंक समूह की 93 शाखाएं, निजी बैंकों की 279 शाखाएं, सूरत डिस्ट्रिक्ट को-ऑपरेटिव बैंक और गुजरात स्टेट एग्रीकल्चर बैंक की 97, स्माल फाइनेंस बैंकों की 32 व ग्रामीण बैंकों की 32 बैंक शाखाएं हैं।एग्रीकल्चर 977.55
हाउसिंग 233
एज्युकेशन 7.19
अन्य 148.23
कुल 4837.97