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बप्पा के जयकारों से गूंजे पंडाल

locationसूरतPublished: Sep 13, 2018 08:28:50 pm

Submitted by:

Sunil Mishra

शुभ मुहूर्त में पंडालों एवं घरों में विराजे गणेश

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बप्पा के जयकारों से गूंजे पंडाल


सिलवासा. भाद्रपद चतुर्थी पर गुरुवार को शुभ मुहूर्त में सार्वजनिक पंडालों, सोसायटियों एवं घरों में गौरीपुत्र विराजमान हो गए। सार्वजनिक गणेश महोत्सव के पंडालों में आशीर्वाद देते पार्वतीनंदन, असुरों का संहार करते देवाधिदेव, सृष्टि कल्याण गणदेव, शुभ कार्यों के मंगलदेव को विभिन्न मुद्राओं में दिखाया गया है। पंडितों ने शुभ मुहूर्त सुबह 11.09 बजे से दोपहर 2.51 बजे तक बुद्धि, समृद्धि व सौभाग्य देव की पूजा करके स्थापना की। अधिकांश पंडालों में दोपहर दो बजे तक विधि विधान से विघ्नहर्ता की प्रतिष्ठा की गई। पूजा के दौरान श्रद्धालुओं ने गणपति बप्पा के जयकारे लगाए। पंडालों में पार्वती पुत्र के साथ मूषक की भी पूजा हुई।
पंडालों में गणेश प्रतिमाओं को सम्मान के साथ लाया गया। गजदंत कहीं बग्घी में सजकर तो कहीं डोली के संग पंडालों में पहुंचे। गणेश पुराण के अनुसार भगवान श्रीगणेश का जन्म भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को मध्यान्ह में हुआ था। इससे कई पंडितों ने विध्नहर्ता की पूजा के लिए दोपहर का समय उचित माना। दोपहर12 बजे पिपरिया गणेश मंडलम् ने एकदंत की वैदिक मंत्रों से पूजा की। रिद्धि सिद्धि के मंत्र पढक़र मूर्ति को सजीव किया। मूर्ति का पंचामृत, दूध स्नानम्, दधि, घृत, मधु शर्करा आदि स्नान के बाद वस्त्र समर्पण की विधि सम्पन्न की। धानु उद्योग के रिद्धि सिद्धि गणेशोत्सव, आमली नवयुवक मंडल, मां भवानी, किलवणीनाका, बस्ता फलिया, टोकरखाड़ा सार्वजनिक पंडाल में पंडितों ने विधि विधान से गणपति को आसन दिया। पिपरिया में गणेश पूजा एवं दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं का तांता लग गया। घर एवं सोसायटियों में सवेरे 8 बजे से गणपति पूजा आरम्भ हो गई। दोपहर के बाद दादरा, नरोली, मसाट, सामरवरणी, रखोली, मधुबन, दपाड़ा, खडोली, खानवेल में सार्वजनिक मैदान एवं सोसायटियों में गणेशोत्सव की धूम मच गई। आदिवासी बाहुल्य मांदोनी, सिंदोनी, दुधनी, कौंचा, रांधा एवं किलवणी ग्राम पंचायत के गांव-गांव में गणपति बप्पा के जयकारे गूंजने लगे है। आदिवासी अच्छी फसल के लिए गणेश चतुर्थी एवं नवरात्रि महोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाते हैंं।
प्राण प्रतिष्ठा के बाद पंडालों में धार्मिक क्रियाकलाप आरम्भ हो गए हैं। घरों में डेढ़, ढाई और पांच दिन के गणपति की पूजा रखी गई। अधिकांश पंडालों में पांच दिन तक पूजा चलेगी। घरों में शुक्रवार से डेढ़ दिन के गणपति उत्सव का विसर्जन आरम्भ हो जाएगा।
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पंडालों-मंडपों में गूंजा गणपति बप्पा मोरया
दमण. पर्यटन-उद्योग की नगरी दमण में गजानंद गाजे-बाजे के साथ लाए गए तथा मंत्रोच्चार के बीच मंडपों में उनकी स्थापना की गई। शहर से लेकर गांव तक गणेशोत्सव की धूम मची है। घरों, फलियों, मोहल्लों में बप्पा की प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। शहर में जेटी का राजा, किंग ऑफ सी-फेस जेटी, सांई मंदिर, कथीरिया, मशाल चौक गणेशोत्सव सहित कई जगहों पर गणपति स्थापित किए गए। मशाल चौक ग्रुप मित्र मंडल के गणेशोत्सव में मुकेश पटेल सपत्नीक यज्ञवेदी पर बैठे और मंगलमूर्ति की स्थापना करवाई। गणपति के दर्शन और पूजा का क्रम ग्यारह दिनों तक चलेगा। गरबा, डांडिया की भी धूम रहेगी। कल से बप्पा की विदाई का दौर भी शुरू हो जाएगा ।
पुलिस स्टेशन में हुई गणपति की स्थापना
नानी दमण पुलिस स्टेशन में गणेश चतुर्थी पर विधिविधान से गणपति की स्थापना की गई। डीआइजी बीके सिंह, एसडीपीओ रविन्द्र शर्मा, एसपी विक्रमजीत सिंह, एसएचओ पंकेश टंडेल, पीआई सोहिल जिवाणी ने विघ्नहर्ता गणेश की आरती उतारी। इस दौरान पुलिस परिवार मौजूद रहा। संघ प्रदेशों के पुलिस प्रमुख बीके सिंह ने विघ्नहर्ता गणेश से दमण-दीव-दानह के मंगल की कामना की। यहां गणपति दस दिन विराजेंगे। रोजाना पूजा-आरती होगी तथा रात में भजन-कीर्तन चलेगा। ग्यारहवें दिन धूमधाम से श्रीजी का विसर्जन किया जाएगा।
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