scriptस्टेशन पर बैटरी वाली कारों का विरोध | Battery cars protest at Surat station | Patrika News

स्टेशन पर बैटरी वाली कारों का विरोध

locationसूरतPublished: May 16, 2018 10:22:31 pm

Submitted by:

Sanjeev Kumar Singh

कुलियों ने सांसद को बताई अपनी तकलीफ

surat photo
सूरत.

सूरत स्टेशन पर यात्रियों के लिए बैटरी से चलने वाली कारों की सुविधा शुरू किए जाने का कुली विरोध कर रहे हैं। कुलियों ने बुधवार को सांसद को ज्ञापन देकर इस सुविधा में सामान ढोने की व्यवस्था बंद करवाने की मांग की।
सूरत स्टेशन पर करीब ढाई सौ कुली हैं। इनकी आजीविका यात्रियों का सामान ढोने पर निर्भर है। इनका कहना है कि आर्थिक हालत अच्छी नहीं होने के कारण बच्चों के स्कूल तथा घर का खर्च चलाना मुश्किल होता है। रेलवे द्वारा कुलियों के उत्थान के लिए कोई कदम नहीं उठाए जाने से उनमें रोष है। हाल ही पश्चिम रेलवे के मुम्बई रेल मंडल में सूरत स्टेशन पर यात्रियों को बैटरी से चलने वाली कार की सुविधा देने के लिए निजी कंपनी को ठेका दिया है। सूरत स्टेशन डायरेक्टर सी.आर. गरूड़ा ने बताया था कि प्रमुख स्टेशनों पर बैटरी चलित कार शुरू किए जाने का पायलट प्रोजेक्ट शुरू हुआ है। कार की दर प्रति व्यक्ति (यात्री) तीस रुपए और सामान के साथ बीस रुपए अतिरिक्त तय की गई है। बैटरी चलित कार के सूरत स्टेशन पहुंचते ही कुलियों का दल रेल अधिकारियों से मिला और इस सुविधा को बंद करने की मांग की। कुलियों ने सूरत स्टेशन डायरेक्टर को ज्ञापन भी दिया था। अब उन्होंने सांसद सी. आर. पाटिल से मुलाकात कर अपना दर्द बताया। उन्हें भी ज्ञापन दिया गया है। इसमें उन्होंने अपनी माली हालत का हवाला देते हुए इस सुविधा में सामान ढोने की व्यवस्था को बंद करवाने की मांग की है। सूरत स्टेशन पर बैचधारी कुलियों का मुख्य कार्य सामान ढोना ही है। ऐसे में कार की सुविधा मिलेगी तो कुलियों की आमदनी घटेगी। उल्लेखनीय है कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए पाटिल ने अपने जन्मदिन पर बैटरी चलित कारें स्टेशन को दी थीं। इनका उपयोग निशक्त और वरिष्ठ नागरिक निशुल्क कर सकते हैं।
तीन राज्यों में हाइवे पर चोरी करने वाले को धर दबोचा
सूरत. वड़ोदरा रेलवे सुरक्षा बल ने राजस्थान, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में हाइवे पर चोरी करने वाले एक शातिर को रेलवे संपत्ति की चोरी के मामले में गिरफ्तार किया है। रेलवे कोर्ट ने उसे 28 मई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

सूत्रों के अनुसार वर्ष 1993 में वड़ोदरा के प्रतापनगर स्टेशन पर रेलवे संपत्ति चोरी का मामला दर्ज हुआ था। मुख्य आरोपी उस्मान अहमद शेख पहले कोर्ट में पेश हो रहा था, लेकिन बाद में वह फरार हो गया। कोर्ट ने उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। प्रतापनगर रेलवे सुरक्षा बल निरीक्षक अजय शर्मा, उप निरीक्षक महेन्द्र राजोडिय़ा ने उस्मान को गोधरा बी डिवीजन पुलिस स्टाफ के साथ मिलकर गोधरा भलैया चौकड़ी से धर दबोचा। रेलवे सुरक्षा बल ने बताया कि उस्मान ने पिछले दिनों राजस्थान, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में हाइवे पर चोरी की कई घटनाएं कबूल की हैं।
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