पकड़े गए किसानों को छोडऩे का आदेश
बैठक शुरू होने से पहले किसानों के नेता दर्शन नायक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। कई अन्य किसानों को भी हिरासत में लिया गया था। इससे हॉल में हंगामा होने लगा। कलक्टर ने इस मामले में पुलिस से बात की और दर्शन नायक समेत सभी किसानों को छोडऩे का आदेश दिया। इसके बाद नायक के साथ स्टेज के पीछे चर्चा की गई।
बैठक शुरू होने से पहले किसानों के नेता दर्शन नायक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। कई अन्य किसानों को भी हिरासत में लिया गया था। इससे हॉल में हंगामा होने लगा। कलक्टर ने इस मामले में पुलिस से बात की और दर्शन नायक समेत सभी किसानों को छोडऩे का आदेश दिया। इसके बाद नायक के साथ स्टेज के पीछे चर्चा की गई।
दर्शन नायक को हिरासत में लिए जाने से गुस्साए सैकड़ों किसान बैठक से पहले ही गांधी स्मृति भवन से चले गए। जैसे-तैसे बैठक शुरू की गई। इसमें पूरे प्रोजेक्ट के बारे में किसानों को जानकारी दी गई। इसके बाद किसानों ने सवाल पूछने शुरू किए। सबसे ज्यादा सवाल मुआवजे को लेकर किए गए और नियम के अनुसार मुआवजा देने की मांग की गई। जंत्री के अनुसार मुआवजा देना हो तो जंत्री में बढ़ोतरी करने की मांग की गई। बाजार की कीमत के अनुसार मुआवजा देना की मांग भी उठी। किसानों ने कहा कि बाजार के अनुसार मुआवजा नहीं दिया जा सकता हो तो सर्वे करवाया जाए। उस रिपोर्ट के आधार पर मुआवजा देने की मांग की गई।
सर्वे नहीं होने की शिकायत
किसानों ने बैठक में किसी तरह का सर्वे नहीं होने की शिकायत की और बिना सर्वे जमीन संपादित करने का आरोप लगाया। इस मामले में जांच कर उचित कदम उठाने की मांग की गई।
किसानों ने बैठक में किसी तरह का सर्वे नहीं होने की शिकायत की और बिना सर्वे जमीन संपादित करने का आरोप लगाया। इस मामले में जांच कर उचित कदम उठाने की मांग की गई।