संक्रमण को काबू में करने के लिए हीरा और टैक्सटाइल समेत सभी उद्यमियों को अपने कारीगरों का एंटीजन टैस्ट कराना अनिवार्य किया था। इसके साथ ही आम शहरीजनों के लिए मनपा प्रशासन ने धनवंतरी रथों और हर जोन में चयनित आरोग्य केंद्रों पर इस टैस्ट को निशुल्क कर रखा है। उद्यमियों खासकर डायमंड उद्योग से जुड़े कारखानेदारों ने टैस्ट पर होने वाले खर्च को बचाने के लिए श्रमिकों को धनवंतरी रथों या आरोग्य केंद्रों में भेजना शुरू कर दिया था। मामला सामने आते ही मनपा ने हीरा श्रमिकों का टैस्ट करना और लोगों को टैस्ट की निगेटिव आई रिपोर्ट देना बंद कर दिया था।
बुधवार को राज्य सरकार में मंत्री किशोर कानाणी, मनपा आयुक्त बंछानिधि पाणि, दक्षिण गुजरात चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के साथ ही जनप्रतिनिधयों के साथ बैठक कर इस मुद्दे पर चर्चा की। तय हुआ कि कोविड-19 की तरह मनपा प्रशासन अब निजी लैब सेंटरों के साथ भी एक एमओयू करेगा। इसके तहत लैब सेंटरों को मनपा एंटीजन टैस्ट किट निशुल्क मुहैया कराएगी, लेकिन लैब का सर्विस चार्ज उद्यमी को देना होगा। साथ ही उद्यमी और लैब सेंटरों को जांच के लिए भेजे गए श्रमिकों का रिकार्ड रखना होगा। इसके अलावा मनपा प्रशासन उद्यमियों को वीआइपी ट्रीटमेंट भी देगी। जो उद्यमी अपनी यूनिट पर ही श्रमिकों का लैब टैस्ट कराना चाहता है, मनपा टीम यूनिट पर जाकर श्रमिकों का टैस्ट करेगी। उद्यमी को इसके लिए प्रति श्रमिक पांच सौ रुपए का भुगतान करना होगा।