Big scam in Surat RTO 2020- लंबे समय से है जानकारी फिर भी हाथ पर हाथ धरे बैठे है अधिकारी, आखिर किसको कार्रवाई से बचाने की हो रही है कोशिस ? – सूरत आरटीओ में बड़ा घोटाला – Why are RTO officers silent on two cars of the same number? Information is there for a long time, yet the officer are not active, after all, who is trying to save them from action?
SCAM : एक ही नम्बर की दो कारों पर क्यों मौन है आरटीओ अधिकारी ?,SCAM : एक ही नम्बर की दो कारों पर क्यों मौन है आरटीओ अधिकारी ?,SCAM : एक ही नम्बर की दो कारों पर क्यों मौन है आरटीओ अधिकारी ?
सूरत. एक ही रजिस्ट्रेशन नम्बर की अलग-अलग मॉडल की दो कारों का मामला सामने आने के बाद न तो सूरत और न बारडोली आरटीओ (surat and bardoli rto) की ओर से इस संबंध में कोई कार्रवाई की गई है। यह निष्क्रियता इस घोटाले में आरटीओ की मिलीभगत की आशंका पैदा कर रही है। सवाल उठ रहा है कि दो वाहनों को एक ही रजिस्ट्रेशन नम्बर कैसे आवंटित हुआ?
जानकार बताते हंै कि यह आरटीओ के कर्मचारियों की मिलीभगत के बगैर संभव नहीं है। नियमानुसार एक बार जो नम्बर आवंटित होता है, वह दुबारा नहीं होता। इसके अलावा जहां से वाहन खरीदा गया है, उस डीलर से खरीदारी की तस्दीक और वाहन की फिजीकल जांच के बाद ही रजिस्ट्रेशन किया जाता है। अलग-अलग मॉडल के दो वाहनों को एक ही रजिस्ट्रेशन नम्बर आवंटित करना हैरान करता है। कुछ समय बाद एक वाहन को एनओसी भी जारी कर दिया गया।
एनओसी जारी करने के दौरान भी जांच प्रक्रिया दोहराई जाती है। इस दौरान भी गड़बड़ी हुई, जो बड़े घोटाले और आरटीओ के जिम्मेदार अधिकारियों की लिप्तता की ओर इशारा करती है। उल्लेखनीय है कि सूरत आरटीओ में एक ही रजिस्ट्रेशन नम्बर (जीजे 5 जेए 1712) पर अलग-अलग मॉडल की दो कारें रजिस्टर्ड होने का मामला सामने आया था। पहली कार 27 दिसम्बर, 2011 को शैलेश तेजाणी के नाम पर रजिस्टर्ड हुई थी। एक साल बाद उसी नम्बर पर 5 दिसम्बर को दूसरी कार रजिस्टर्ड हुई। यह कार बारडोली आरटीओ में ट्रांसफर हुई थी। इस मामले में सूरत आरटीओ के अधिकारी गलती का ठीकरा एक-दूसरे पर फोड़ रहे हैं। जिन लोगों के पास कारें है, उन्हें कई दिनों से चक्कर लगवाए जा रहे हैं। इस घपले को लेकर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है।
READ MORE : SCAM : अलग-अलग मॉडल की दो कारे, दोनों का रजिस्ट्रेशन नंबर एक ! कार मालिकों ने साधा पुलिस से संपर्क दोनों कार मालिकों ने इस संबंध में पुलिस शिकायत के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है। सूरत के जीतू शर्मा ने कार के मालिक के शपथ पत्र के आधार पर कानूनी कार्रवाई शुरू की है। बारडोली के कल्पेश पटेल ने भी शपथ पत्र तैयार कर मांगरोल थाने में शिकायत करने की कवायद शुरू की है।