उन्होंने पूछताछ में बताया था कि जाली नोट उन्हें वेडरोड शिवम इंडस्ट्रियल निवासी नागेन्द्र भगत ने दिए थे। नागेन्द्र का नाम सामने आने पर वह उस समय बिहार सिवान जिले के चंदन छपरा गांव भाग गया था। वहां पुलिस से छिपकर रहा और फिर दो वर्षो तक अलग- अलग स्थानों पर मजदूरी की।
दो माह पूर्व वह फिर मजदूरी की तलाश में सूरत आ गया। वेडरोड पर ही एक लूम कारखाने में काम कर रहा था। उसके बारे में सूचना मिलने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने बताया कि जल्दी रुपए कमाने के लालच में उसने सिवान जिले के ही दुधड़ा गांव निवासी अपने बहनोई अमित प्रसाद कुशवाहा से जाली नोट लिए थे और कमिशन पर सूरत के बाजार में घुसाने के लिए मित्र जगदीश व शेरूल बशर को दिए थे।
देशी पिस्तौल के साथ हिस्ट्रीशीटर गिरफ्तार
सूरत. क्राइम ब्रांच ने भाठेना इलाके से एक हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से एक देशी तमंचा और दो जीवीत कारतूस बरामद किए है। पुलिस के मुताबिक उमरवाड़ा चिमनी टेकरा सलीमनगर झोपड़पट्टी निवासी रीजवान शेख 2009 में नूर मलबारी हत्याकांड में पकड़ा गया था।
उसके बाद मारपीट के एक मामले में सलाबतपुरा थाने में पकड़ा गया था। रविवार को उसके संदिग्ध हालात में भाठेना वाडीवाला दरगाह के पास होने की सूचना मिलने पर उसे पकड़ा। तलाशी में उसके पास से एक देशी पिस्तौल व दो जिन्दा कारतूस बरामद हुए।