अंग्रेजी शासन के लगाए गए कानूनों के खिलाफ महात्मा गांधी ने अहिंसक एवं सत्याग्रह आंदोलन किए। खास कर नमक पर लगाए गए कर के खिलाफ बापू ने साबरमती आश्रम से नवसारी के ऐतिहासिक दांडी तक कूच कर नमक कानून का सविनय कानून भंग किया था। गांधी विचार को जन जन तक पहुंचाने व हालिया भाजपा सरकार द्वारा एक के बाद एक लाए जा रहे कड़े कानूनों के खिलाफ गुजरात कांग्रेस ने महात्मा गांधीजी की कर्मभूमि एवं जन्मभूमि से गांधी संदेश यात्रा का शुक्रवार से प्रारंभ किया। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती (150th birth anniversary of Mahatma Gandhi) के उपलक्ष्य में आयोजित गांधी संदेश यात्रा से पूर्व दांडी के नमक सत्याग्रह स्मारक पर गुजरात कांग्रेस प्रभारी राजीव सातव एवं गुजरात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा ने महात्मा गांधी की प्रतिमा को सूत की माला पहनाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद प्रार्थना मंदिर मे आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को दोनों नेताओं ने संबोधित किया। जिसमें भाजपा सरकार का आड़े हाथ लेते हुए कहा कि यह गोडसे की विचारधारा को फैलाने वाली सरकार है। भाजपा सरकार बिना सोचे समझे कानून थोप रही है। मोटर व्हीकल एक्ट भी ऐसा ही है। कानून का विरोध नहीं है, लेकिन कई गुना बढ़ाए गए कर का विरोध है। यात्रा रास्ते में गांधी विचारों का प्रचार-प्रसार करेगी और युवाओं में गांधी आज भी उतने ही जीवित होने का संदेश पहुंचाएगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा ने प्रार्थना मंदिर समीप से गांधी संदेश यात्रा (बाइक रैली) को फ्लैग ऑफ कर प्रारंभ करवाया। साथ ही चावड़ा ने हेलमेट के बदले गांधी टोपी पहन कर नए मोटर व्हीकल एक्ट के खिलाफ सविनय कानून भंग कर बाइक चलाई। यात्रा जलालपोर के मटवाड़ गांव मे शहीद स्मारक पर रुकी, जहां भी बापू की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके बाद कराड़ी गांव में गांधी कुटीर में भी श्रद्धांजलि दी गई। यात्रा विजलपोर व नवसारी शहर में घूमकर आगे सूरत के लिए रवाना हुई। शुक्रवार से शुरू हुई गांधी संदेश यात्रा 300 से अधिक किमी पार कर 2 अक्टूबर को अहमदाबाद के साबरमती आश्रम पहुंचेगी।
पावर ले ले पर आवाज रहेगी: अमित चावड़ा
दांडी में गांधी संदेश यात्रा के दौरान गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष अमित चावड़ा के संबोधन के बीच बिजली चली गई। इस पर उन्होंने कटाक्ष में कहा कि चाहे पावर ले ले पर आवाज रहेगी। बाद में बिना माइक के ही उन्होंने भाषण जारी रखा। हालांकि कुछ देर बाद बिजली आ गई।