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बिटकॉइन मामला: दिलीप कानाणी को कोर्ट से राहत नहीं

locationसूरतPublished: Sep 16, 2018 09:07:45 pm

दो अभियुक्तों को जमानत मिलने के बाद पैरीट के ग्राउंड पर जमानत के लिए लगाई थी गुहार

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बिटकॉइन मामला: दिलीप कानाणी को कोर्ट से राहत नहीं

सूरत. दो युवकों का अपहरण कर करोड़ों रुपए के बिटकॉइन हथियाने के आरोप में गिरफ्तार अभियुक्दत दिलीप कानाणी को सेशन कोर्ट ने राहत देने से इनकार कर दिया। इसी मामले में गिरफ्तार दो अभियुक्तों को जमानत मिलने के बाद दिलीप ने पैरीटी के ग्राउंड पर जमानत के लिए कोर्ट से गुहार लगाई थी, लेकिन कोर्ट ने अपराध में उसकी सक्रीय भूमिका को ध्यान में रखते हुए जमानत याचिका नामंजूर कर दी।

सीआइडी क्राइम के निरीक्षक जे.एच.दहिया ने सीआइडी क्राइम सूरत यूनिट में बिल्डर शैलेष भट्ट समेत 11 जनों के खिलाफ अपहरण कर जबरन बिटाकॉइन हथियाने का मामला दर्ज किया था। मामला दर्ज होने के बाद सीआइडी क्राइम ने शैलेष भट्ट के भांजे निकुंज भट्ट तथा अन्य अभियुक्त उमेश गोस्वामी, मनोज कयाडा और दिलीप कानाणी को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि मुख्य सूत्रधार शैलेष भट्ट समेत अन्य अभियुक्त फरार है। अभियुक्त निकुंज भट्ट और उमेश गोस्वामी को सेशन कोर्ट से जमानत मिलने के बाद दिलीप कानाणी ने भी कोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी। याचिका पर अंतिम सुनवाई के बाद कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें और अभियुक्त की अपराध में सक्रीय भूमिका को देखते हुए याचिका नामंजूर कर दी।


लारी से खमण क्या खाया, पीट पीट कर मार डाला


सूरत. चौकबाजार चौराहे पर किले के सामने रखी एक रेहड़ी से एक दिहाड़ी श्रमिक ने कुछ खमण क्या खाए लारी वाले और उसके साथी ने उसे इतनी बेरहमी से पीटा की उसकी मौत हो गई। घटना के संबंध में अठवालाइन्स पुलिस ने दोनों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक घटना शनिवार तडक़े दो बजे की है। चौकबाजार चौराहे पर किले के फूटपाथ पर रहने वाले एक दिहाड़ी श्रमिक शंकर पुत्र जमन गोरे (25) ने वहां पर पार्क एक लारी से कुछ खमण लेकर खा लिए। ठीक उसी समय लारी का मालिक चौकबाजार फूलवाडी निवासी मोहम्मद आलाम अंसारी और उसका भाई मोहम्मद समीर दोनों ने उसे पकड़ लिया। उन्होंने उनकी लारी से खमण लेने का कारण पूछते हुए उसे लात, घूसों से पीटना शुरू कर दिया। उन्होंने उसे इतनी बेरहमी से पीटा की वह निढाल होकर वहीं गिर पड़ा। बाद में फूटपाथ पर रहने वाले अन्य श्रमिकों ने उसे अस्पताल पहुंचाया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। सुबह घटना के संबंध में पुलिस ने एक श्रमिक राजू बावधाने की प्राथमिकी के आधार पर अंसारी बंधुओं के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया। पुलिस ने रविवार को आलम व समीर को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ शुरू कर दी है।
पेट की आग बनी मौत का कारण
बताया जाता है कि मृतक शंकर महाराष्ट्र का मूल निवासी था और चौकबाजार क्षेत्र में दिहाड़ी मजदूरी करता था। रात में किले के सामने स्थित फूटपाथ पर सो जाता था। चर्चा है कि इन दिहाड़ी मजदूरों के लिए कई दिन ऐसे भी होते है जब उन्हें कोई काम नहीं मिलता है। ऐसे में यदि उनके पास कुछ बचत होती है तो ही पेट की आग बूढ पाती है। यदि कोई बचत न हो तो फिर उन्हें पेट की आग बुझाने के लिए ऐसा कुछ भी करना पड़ता है जैसा शंकर के साथ हुआ। हालांकि पुलिस ने इस बारे में कोई स्पष्टता नहीं की है कि शंकर के पास अपनी भूख मिटाने के लिए रुपए थे या नहीं?
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