पालिका मार्केट के किराए को लेकर भडक़े दुकानदार
दमण. दमण नगरपालिका में स्टेंडिंग कमेटी की बैठक गुरुवार को आयोजित हुई। नानी दमण म्यूनिसिपल मार्केट का किराया विवाद का विषय बना रहा। वहीं, मार्केट के लोग भी नगर पालिका पर पहुंच गए।
वार्ड पार्षदों की काउंसिल बैठक में नगर पालिका के सीओ वैभव रिखारी, कार्यकारी अध्यक्ष सहित अनेक सदस्य उपस्थित थे। नगर पालिका ने नानी दमण मार्केट का नवीनीकरण कराया है। इसके बाद पालिका द्वारा दुकान का किराया 12 हजार रुपए प्रतिमाह और मार्केट में स्टॉल का किराया 10 हजार रुपए और जीएसटी का प्रस्ताव रखा गया। साथ ही वर्तमान में जिन लोगों के साथ लीज है और वह लंदन में स्थाई हो गए हैं, उनकी लीज रद्द करने को कहा गया। इस निर्णय का काउंसिल ने विरोध किया। मार्केट के लोगों की भीड़ देखकर दमण दीव सांसद लालूभाई पटेल भी नगर पालिका पहुंचे। सभी ने बताया कि पालिका द्वारा जो प्रतिमाह किराया लिया जाएगा, वह काफी ज्यादा है। इसके बाद 11 महीने बाद फिर से एग्रीमेट करके किराया बढ़ाना भी गलत है। जो लोग अपना खर्चा करके बाकड़ा(स्टॉल)लगाएंगे,उनका खर्चा भी कवर नहीं हो पाएगा। वर्तमान समय में पालिका बाजार में दुकान का किराया 1 हजार रुपए और स्टॉल का किराया 5०० रुपए है। अब 7 हजार रुपए दुकान से और 5 हजार रुपए बाकड़ा (स्टॉल)से लिया जाना चाहिए। मुख्य अधिकारी ने कहा कि म्यूनिसिपल मार्केट के लोग शुक्रवार सुबह 11 बजे तक अपना प्रस्ताव लिखकर भेजें। उसकी फाइल उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।
दमण. दमण नगरपालिका में स्टेंडिंग कमेटी की बैठक गुरुवार को आयोजित हुई। नानी दमण म्यूनिसिपल मार्केट का किराया विवाद का विषय बना रहा। वहीं, मार्केट के लोग भी नगर पालिका पर पहुंच गए।
वार्ड पार्षदों की काउंसिल बैठक में नगर पालिका के सीओ वैभव रिखारी, कार्यकारी अध्यक्ष सहित अनेक सदस्य उपस्थित थे। नगर पालिका ने नानी दमण मार्केट का नवीनीकरण कराया है। इसके बाद पालिका द्वारा दुकान का किराया 12 हजार रुपए प्रतिमाह और मार्केट में स्टॉल का किराया 10 हजार रुपए और जीएसटी का प्रस्ताव रखा गया। साथ ही वर्तमान में जिन लोगों के साथ लीज है और वह लंदन में स्थाई हो गए हैं, उनकी लीज रद्द करने को कहा गया। इस निर्णय का काउंसिल ने विरोध किया। मार्केट के लोगों की भीड़ देखकर दमण दीव सांसद लालूभाई पटेल भी नगर पालिका पहुंचे। सभी ने बताया कि पालिका द्वारा जो प्रतिमाह किराया लिया जाएगा, वह काफी ज्यादा है। इसके बाद 11 महीने बाद फिर से एग्रीमेट करके किराया बढ़ाना भी गलत है। जो लोग अपना खर्चा करके बाकड़ा(स्टॉल)लगाएंगे,उनका खर्चा भी कवर नहीं हो पाएगा। वर्तमान समय में पालिका बाजार में दुकान का किराया 1 हजार रुपए और स्टॉल का किराया 5०० रुपए है। अब 7 हजार रुपए दुकान से और 5 हजार रुपए बाकड़ा (स्टॉल)से लिया जाना चाहिए। मुख्य अधिकारी ने कहा कि म्यूनिसिपल मार्केट के लोग शुक्रवार सुबह 11 बजे तक अपना प्रस्ताव लिखकर भेजें। उसकी फाइल उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।