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BJP MEWS: गुजरात से उत्तरप्रदेश पहुंचे कार्यकर्ता, बांट रहे हैं जीत का मूल मंत्र

locationसूरतPublished: Aug 03, 2021 06:53:08 pm

Submitted by:

Dinesh Bhardwaj

पेज कमेटी अभियान के गुजरात में बेहतर परिणाम हासिल करने के बाद भाजपा अब इसका प्रयोग उत्तरप्रदेश के आसन्न विधानसभा चुनाव में करने की तैयारियों में जुटी

BJP-AAP NEWS: 'आप' की नजर अटकी, भाजपा को खटकी

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सूरत. भाजपा की प्रयोगशाला ‘गुजरातÓ एक बार फिर से उत्तरप्रदेश के आसन्न विधानसभा चुनाव में जीत के प्रयोग की आजमाइश की तैयारियां करने लगी है। गुजरात के सभी बड़े शहरों से भाजपा कार्यकर्ता इन दिनों उत्तरप्रदेश के वाराणसी पहुंचे हुए हैं और वहां पर जीत का अमोघ मूलमंत्र पेज कमेटी अभियान से प्रत्येक कार्यकर्ता को जानकार करवा रहे हैं।
पेज कमेटी अभियान के कई बार बेहतर चुनावी परिणाम हासिल कर चुकी गुजरात भाजपा अब इसे लेकर उत्तरप्रदेश पहुंची है। पार्टी की जीत को सुनिश्चित करने के लिए पेज कमेटी अभियान उत्तरप्रदेश के वाराणसी की छह विधानसभा क्षेत्र में सबसे पहले प्रारम्भ किया गया है। इस फामूर्ले को गुजरात से उत्तरप्रदेश तक ले जाने में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल का महत्वपूर्ण रोल है और वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में पहले भी कई प्रयोग कर चुके हैं। पेज कमेटी अभियान का प्रयोग फिलहाल गुजरात के सूरत समेत विभिन्न शहरों से गए भाजपा कार्यकर्ता वाराणसी संसदीय क्षेत्र में शामिल रोहनिया, वाराणसी उत्तर, वाराणसी दक्षिण, वाराणसी छावनी व सेवापुरी विधानसभा स्थित वहां के स्थानीय कार्यकर्ताओं के घर-घर जाकर कर रहे हैं। भाजपा गुजरात इकाई के महामंत्री प्रदीपसिंह वाघेला के नेतृत्व में उत्तरप्रदेश में पेज कमेटी अभियान का कार्य जोरों पर है और इसमें सूरत से शासकपक्ष नेता अमितसिंह राजपूत, भाजयुमो अध्यक्ष भाविन टोपीवाला, अनुराग कोठारी समेत अन्य कई कार्यकर्ता पिछले पांच-सात दिन से सक्रिय है।
-यह है पेज कमेटी अभियान

एक मतदान केंद्र पर करीब एक हजार मत होते हैं और भाजपा की एक बूथ पर 33 या अधिक पेज कमेटी बनाने की नीति है। पेज कमेटी में एक पेज प्रमुख व तीन सदस्यों समेत कुल चार जनें होते हैं। एक बूथ पर 33 पेज कमेटी के आधार पर 132 कार्यकर्ता जुड़ जाते हैं और उन्हें चुनाव में पार्टी के पक्ष में उस बूथ से 70 फीसदी लीड पाने का लक्ष्य दिया जाता है, जिसे वे आसानी से हासिल कर लेते हैं। क्योंकि एक बूथ में 132 कार्यकर्ता के परिवार के सदस्यों की संख्या ही 4 के हिसाब से 528 हो जाती है और एक बूथ पर अपेक्षित मतदान 70 प्रतिशत तक अर्थात 700 वोट का रहता है।
-सर्वप्रथम नवसारी लोकसभा चुनाव में अपनाया

2019 के लोकसभा चुनाव में नवसारी लोकसभा सीट में पेज कमेटी का फार्मूला अपनाया गया और उसका परिणाम देश में सर्वाधिक लीड 6 लाख 89 हजार 688 मतों से सीआर पाटिल ने जीत हासिल की थी। नवसारी लोकसभा क्षेत्र में 2900 बूथ है और वहां 54 हजार पेज कमेटी बनाकर 2 लाख 16 हजार कार्यकर्ताओं की फौज को चुनाव प्रचार में उतारा गया था। इन कार्यकर्ताओं ने एक कार्यकर्ता चार वोट की जिम्मेदारी ली थी और परिणाम स्वरूप पाटिल को 9 लाख 72 हजार वोट मिले थे जो कि कुल मतदान का 74 फीसदी हिस्सा था। यहीं पैंतरेबाजी अब वे सभी को बता रहे हैं।
-जीत का सिलसिला लगातार जारी

पेज कमेटी अभियान के बूते भाजपा ने गुजरात में पहले गतवर्ष आठ विधानसभा के उपचुनाव में जीत का डंका बजाया और इसके बाद भी जीत का यह सिलसिला लगातार चलता रहा। इसमें सूरत महानगरपालिका समेत प्रदेश की छह महानगरपालिका, जिला पंचायत, तहसील पंचायत, नगरपालिका के चुनाव में पार्टी इसी वर्ष शानदार जीत हासिल कर चुकी है। अब जीत का यह अमोघ मूलमंत्र लेकर गुजरात के कार्यकर्ता उत्तरप्रदेश पहुंचे है और पेज कमेटी अभियान के साथ-साथ माइक्रो बूथ मैनेजमेंट, प्रचार टीम, चेहरा, योजना आदि की जानकारी स्थानीय कार्यकर्ताओं को दे रहे हैं।

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