BJP NEWS: कृषि बिल के फायदे बताने के भाजपा का प्रयास
-सूरत महानगर में ढाई लाख पर्चे वितरित, अन्य जिलों में भी एक-एक लाख पर्चे बांटें

सूरत. मोदी सरकार के नए कृषि बिल के विरोध में दीपावली के बाद से ही दिल्ली में लगातार जारी किसान आंदोलन के बढ़ते स्वरूप को देखते हुए भाजपा ने कृषि बिल के फायदे पर्चों के माध्यम से घर-घर में बताने की कोशिश की है। इससे पहले भाजपा प्रदेश के मुख्य शहर-कस्बों में किसान सम्मेलन के आयोजन भी कर चुकी है।
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर की ओर से किसानों के नाम लिखे आठ पेज के पत्र की कॉपी शनिवार को सूरत महानगर के अधिकांश क्षेत्रों में घर-घर में बंटवाई गई। इस आठ पेज के पत्र में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर ने बताया कि कांग्रेस समेत विपक्ष कृषि बिल के नाम पर किसानों व लोगों को लगातार बरगलाने की कोशिश कर रही है जबकि सच्चाई यह है कि जिन मांगों को ध्यान में रखकर किसान आंदोलन वो सभी नए कानून में पहले से ही है। पत्र में बताया है कि एमएसपी सिस्टम चालू है और रहेगा और इसी तरह से एपीएमसी भी कार्यरत रहेगी। किसानों की जमीन को किसी तरह का जोखिम नहीं है और उनकी जमीन सुरक्षित रहेगी। कृषि मंत्री के पत्र में अन्य कई बातें भी कृषि बिल के फायदे गिनाने में बताई गई है।
इधर, शनिवार को महानगर में घर-घर पहुंचे पर्चों के बारे में भाजपा महानगर इकाई ने बताया कि सूरत महानगर की सीमा में जिले की कई पंचायतें व गांवों का समावेश हुआ है और वहां के किसानों को कृषि बिल व किसान आंदोलन की सच्चाई से अवगत कराने के लिए यह पर्चे बांटें गए हैं। सूरत महानगर में ढाई लाख पर्चों के अलावा दक्षिण गुजरात के नर्मदा, भरुच, तापी, नवसारी, वलसाड, डांग जिले में भी एक-एक लाख पर्चे घर-घर बांटने के लिए भिजवाए गए हैं।
-सच्चाई जानना जरूरी
किसान आंदोलन व कृषि बिल दोनों की सच्चाई जानना किसानों व जनता के लिए जरूरी है। यहीं वजह है कि प्रदेश स्तर पर किसान सम्मेलन के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री का किसानों के नाम लिखा पत्र पर्चों के रूप में सूरत समेत दक्षिण गुजरात में घर-घर भिजवाया जा रहा है।
किशोर बिंदल, महामंत्री, भाजपा सूरत महानगर इकाई।
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